कस्बे के विद्वान पंडित , ज्योतिषी एवं पंचमुखी महादेव मंदिर के पुजारी वैद्य नरेश चन्द शर्मा के अनुसार अष्टमी तिथि शुक्रवार में होने पर जन्माष्टमी पर्व कही जाएगी । जो कि शुक्रवार को मथुरा एवं देशभर में अधिकांश तोर पर मनाया गया। जबकि दूसरे दिन मनाया जाने वाला पर्व जन्मोत्सव कहलाता है। जो वृंदावन में और बाकी रह गए सनातनी लोगों द्वारा मनाया जाता है । कस्बे के ज्योतिषी नीरज कांत शर्मा , ज्योतिषी वासुदेव शर्मा ने बताया कि कस्बे एवं देहात क्षेत्र में शुक्रवार को अधिकांश लोगों द्वारा जन्माष्टमी पर्व श्रद्धा भाव एवं धूमधाम से मनाया गया।
झिंझाना कस्बे व देहात क्षेत्र में जन्माष्टमी पर्व शनिवार को भी मनाया गया
कस्बे के विद्वान पंडित , ज्योतिषी एवं पंचमुखी महादेव मंदिर के पुजारी वैद्य नरेश चन्द शर्मा के अनुसार अष्टमी तिथि शुक्रवार में होने पर जन्माष्टमी पर्व कही जाएगी । जो कि शुक्रवार को मथुरा एवं देशभर में अधिकांश तोर पर मनाया गया। जबकि दूसरे दिन मनाया जाने वाला पर्व जन्मोत्सव कहलाता है। जो वृंदावन में और बाकी रह गए सनातनी लोगों द्वारा मनाया जाता है । कस्बे के ज्योतिषी नीरज कांत शर्मा , ज्योतिषी वासुदेव शर्मा ने बताया कि कस्बे एवं देहात क्षेत्र में शुक्रवार को अधिकांश लोगों द्वारा जन्माष्टमी पर्व श्रद्धा भाव एवं धूमधाम से मनाया गया।
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