मौ० यामीन के ट्रांसफर पर फूट फूट कर रोये बच्चे


  'लहरों से डरकर नौका पार नहीं होती, मेहनत करने वालों की कभी हार नहीं होती','सच है विपत्ति जब भी आती है कायर को ही दहलाती है,सूरमा नही विचलित होते,क्षण एक नहीं धीरज खोते,विघ्नों को गले लगाते हैं, कांटों में राह बनाते हैं।'







 उक्त पंक्तियों को चरितार्थ करके दिखाया है पूर्व माध्यमिक विद्यालय गढी दौलत के सहायक अध्यापक मौ० यामीन ने जो इस विद्यालय में लगभग नो दस साल पहले आये।उस समय विद्यालय की स्थिति खंडहर जैसी थी और नामांकन न के बराबर था लेकिन मौ० यामीन ने अपनी मेहनत,लग्न और पूरी निष्ठा से अपने साथी अध्यापकों,शिक्षा विभाग,विद्यालय प्रबंध समिति और अभिभावकों के सहयोग से शून्यवत विद्यालय को उत्कृष्ट विद्यालयों की श्रेणी में पहुंचा दिया।शासनादेश के अनुसार समायोजन प्रक्रिया के अंतर्गत मौ० यामीन का ट्रांसफर कैराना ब्लॉक के उच्च प्राथमिक विद्यालय मामोर में कर दिया गया जिसके अनुपालन में आज मौ० यामीन को पूर्व माध्यमिक विद्यालय गढी दौलत से जिस समय कार्य मुक्त कर विदा किया गया तो विद्यालय के सभी बच्चे फूट फूट कर रोने लगे जिन्हें देखकर मौ० यामीन सहित सभी अध्यापक, विद्यालय प्रबंध समिति के सदस्य रोने लगे।जैसे ही यह समाचार गांव वालों को मिला वे स्कूल की ओर दौड पडे।इस अवसर पर स्कूल के पूर्व छात्र और स्कूल के आस पडौस में रहने वाले लोग भी रोने लगे।'किसी ने सच ही कहा है कि विदाई उसकी जिसको जमाना करे याद,यूं तो सभी आते हैं दुनिया में जीने के लिए।
  मौ० यामीन ने बच्चों को अपने संबोधन में ईमानदारी से मेहनत करने व होम टाइम टेबल के अनुसार लग्न के साथ पढने के लिए प्रेरित किया।इस अवसर पर चौ० इलयास, हाजी खुर्शीद, चौ०सरवर,चौ०एजाज़ हसन,रुखसाना, आदिल,मुन्नी, मेहंदी हसन,इरशाद, नफीस,विक्रम, विनोद, आलिम, आदिल,नरेश,सत्तो,जरीना आदि तथा सहायक अध्यापक कासिम शाह,मंजूर हसन और प्राथमिक विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक मौ० आबिद उपस्थित रहे।

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