शामली शुगर मिल द्वारा किसान को दिया गया नकली पोटाश का मामला एक बार फिर से गरमाया


*किसानों ने जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन कर डीएम को दिया ज्ञापन*

*समाधान ने होने की स्थिति में जल्द ही किसानों की महापंचायत आयोजित करने का निर्णय*

*ज्ञापन देने के दौरान* 

*कॉलखंडे खाप के चौधरी संजय कॉलखंडे व कुंडू खाप उत्तर प्रदेश के चौधरी उपेंद्र चौधरी भी मौजूद रहे*

 शामली शुगर मिल द्वारा किसान को दिए गए फोटोस के बैग में लाल के स्थान पर सफेद यूरिया निकालने का मामला एक बार फिर से गर्म आता नजर आ रहा है पूर्व घोषित कार्यक्रम के अनुसार आज   टिटौली निवासी पीड़ित किसान यशपाल पुत्र बलबीर सिंह अनेकों किसानों को साथ लेकर डीएम मुख्यालय पहुंचे जहां उन्होंने डीएम  जसजीत कौर को महामहिम राज्यपाल उत्तर प्रदेश माननीय मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश गन्ना मंत्री उत्तर प्रदेश मंडला आयुक्त सहारनपुर को संबोधित एक ज्ञापन दिया ज्ञापन में पीड़ित किसान द्वारा बताया कि उसके द्वारा द्वारा शुगर मिल शामली से 27 फरवरी 2021 को खरीदे गए 10 बैग आईपीएल m.o.p. पोटाश लाल रंग के खरीदे गए थे जिसमें से तीन भागों में सफेद यूरिया जैसा पदार्थ निकला जिसकी शिकायत पीड़ित किसान द्वारा मिल प्रबंधन के साथ-साथ कृषि विभाग को भी की गई थी लेकिन नहीं तो मिल प्रबंधन ने कोई कार्रवाई की और नहीं कृषि विभाग ने तब समाचार पत्रों ने उक्त खबर को प्रमुखता से प्रकाशित किया था जिसके बाद मिल प्रशासन हरकत में आया था चीनी मिल प्रशासन आईपीएल कंपनी के कर्मचारियों द्वारा किसान के घर जाकर एक बैग से सैंपल लेने की नौटंकी 8 अप्रैल 2021 को की गई थी लेकिन नहीं तो उक्त किसान को उस सैंपल की एक प्रति दी गई और नहीं आज तक कोई सैंपल की रिपोर्ट आई अनेकों बार ऑनलाइन शिकायत करने के बावजूद भी नहीं तो कृषि विभाग हरकत में आया और ना ही चीनी मिल अब सवाल यह उठता है कि इस बैग में लाल पोटाश निकलना था उस बैग में सफेद कैसे यह तो  सैंपल से पहले का विषय है लेकिन इस बात का जवाब किसी के पास नहीं है घुमा फिरा कर मिल प्रशासन कहता है कि सफेद पोटाश महंगा है सफेद निकला है जबकि पीड़ित किसान का कहना है कि जब मेरे द्वारा लाल पोटाश खरीदा गया तो लाल के बैग में सफेद कैसे हो सकता है जबकि सफेद के बैग अलग आते हैं इसलिए उक्त प्रकरण की जांच की मांग आज धरना प्रदर्शन व ज्ञापन के माध्यम से करने के उद्देश्य से डीएम कार्यालय पहुंचे साथ ही साथ पीड़ित किसान ने बताया कि उसके साथ गन्ना बीज में भी मिल प्रबंधन ने बड़ा धोखा किया है लगभग साडे ₹12500 कुंटल किधर से उसके द्वारा गन्ने का बीज आंख के रूप में खरीदा गया था क्योंकि जमी नहीं जिसकी अनेकों बार शिकायत की गई इतने बीच में आंख के स्थान पर गन्ने की बीच कैसा दिन निकला शिकायत को भी मिल प्रबंधन जिला गन्ना अधिकारी वह सहकारी समिति सचिव ने गंभीरता से नहीं लिया न ही किसान को  खरीदे गए बीज का बिल दिलाया और नहीं दोषी मिल कर्मचारी के विरुद्ध कोई कार्रवाई की गई जिसके कारण घटिया क्वालिटी का बीज किसानों को मिला जबकि जनपद के दूसरे चीनी मिल  ऊन किसानों को दिए गए बीज का तेल भी उपलब्ध कराया गया है ऐसे में ऐसा प्रतीत होता है कि चीनी मिल कर्मचारियों की जिला गन्ना अधिकारी व कृषि अधिकारियों से मिलीभगत के चलते किसानों के साथ खिलवाड़ जो की खुली भ्रष्टाचार का खेल के रूप में चल रहा है ऐसे में आज किसानों द्वारा डीएम को दिया गया ज्ञापन अपने आप में मायने रखता है जबकि आज ज्ञापन के दौरान जिलाधिकारी शामली  जसजीत कौर द्वारा आश्वासन दिया गया कि किसी भी तरीके का किसानों के साथ अन्याय नहीं होने दिया जाएगा उक्त प्रकरण में एक जांच कमेटी गठित कर दोषी के खिलाफ निश्चित रूप से कार्यवाही की जाएगी किसानों द्वारा पीएम को अवगत कराया कि यदि जल्दी दोषियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होती और ना ही मिलता इंसाफ तो एक बड़ी महापंचायत का आयोजन किया जाएगा अब देखना यह होगा कि हर शिकायत की तरह इस बार भी डीएम को एक दिया गया ज्ञापन मात्र एक शिकायती पत्र बनकर रहता है या फिर जिलाधिकारी शामली द्वारा दिए गए आश्वासन के अनुसार पीड़ित किसान को मिलता है इंसाफ यह तो आने वाला समय ही बताएगा लेकिन इतना तय है कि अब नकली पोटाश घटिया क्वालिटी के बीज का प्रकरण निश्चित रूप से चीनी मिल प्रशासन के लिए सिरदर्द बनने वाला है आज ज्ञापन देने वालों में मुख्य रूप से पीड़ित किसान यशपाल के अलावा संजय कालखंडे उपेंद्र चौधरी ग्राम प्रधान पप्पू राज जितेंद्र विशाल विकसित  ओमेंद्र धर्मेंद्र मास्टर नेपाल देवराज पहलवान बबलू पप्पू आदि मुख्य रूप से उपस्थित रहे

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