देश में हो मीडिया आयोग का गठन - जर्नलिस्ट काउंसिल ऑफ इंड़िया


अब पत्रकारो पर हमले होना और बिना किसी जाचं के मुकदमे होना देश मे आम बात हो गई है।वर्तमान समय मे उत्तर प्रदेश मे लगातार कई ऐसी घटनाए पत्रकारो के साथ हो चुकी है।अभी हाल ही मे गोकशी की खबर लगाने का खामियाजा पत्रकार को अपनी जान देकर चुकाना पड़ा। 

इसी मुद्दे को लेकर आज जर्नलिस्ट काउंसिल ऑफ इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनुराग सक्सेना ने एक वेवीनार के माध्यम से अन्य पत्रकारो के साथ एक बैठक की।

जर्नलिस्ट काउंसिल ऑफ इंड़िया के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनुराग सक्सेना ने कहा कि किसी भी चिकित्सक के खिलाफ कोई भी आपराधिक शिकायत होती है, तो पहले वह मामला मेडिकल कौंसिल में जाता है और वहाँ की अनुशंसा के आधार पर आगे की कार्यवाही निर्धारित होती है। किसी भी अधिवक्ता के खिलाफ कोई भी शिकायत होती है, तो पहले वह मामला,बार कौंसिल में जाता है और वहां की अनुशंसा के आधार पर आगे की कार्यवाही होती है। 

 पत्रकारों के खिलाफ इन दिनों आये दिन आपराधिक मामले दर्ज क्यों किये जा रहे है? सरकार से जिला स्तर पर जिला व राज्य मीडिया आयोग बनाने की मांग जर्नलिस्ट काउंसिल ऑफ इंड़िया करती है। 

पत्रकारों से जुड़े सभी मामले पहले मीडिया आयोग के समक्ष जाने चाहिए और वहां की अनुशंसा के आधार पर आगे की कार्यवाही निर्धारित होनी चाहिए। पत्रकार समाज को आइना दिखाने का काम करता है समाज के सामने हर उस पहलू को रखने का काम करता है जो समाज की भलाई के लिए हो।आज पत्रकार के लिए समाचार दिखाना एक चुनौतीपूर्ण कार्य हो गया है।और कभी कभी पत्रकार को खबर लिखने का खामियाजा अपनी जान देकर भी चुकाना पड़ता है। अब समय आ गया है पत्रकार अपने हक के लिए अपनी कलम को उठाये। सभी पत्रकार एकजुट होकर अपनी आवाज बुलंद करे। पत्रकार ने सदैव समाज को आईना दिखाने का काम किया है सच्चाई का हर पहलू समाज के सामने अपनी कलम के माध्यम से उजागर किया है।

वेवीनार के दौरान उपस्थित सभी पत्रकारों ने इसका समर्थन किया।सभी ने एक मत से देश मे मीडिया आयोग होने की बात कही।

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