पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष अरविंद संगल ने अग्र समाज के लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि महाराज अग्रसेन के राज्य में जब भी कोई नया व्यक्ति रहने के लिए आता था तो राज्य के सभी लोग एक एक ईट और एक सिक्का देकर आने वाले व्यक्ति को घर बनाने और व्यापार शुरू करने में सहायता करते थे

शामली में अग्रसेन महाराज की जयंती के अवसर पर अग्रसेन पार्क में अग्र समाज ने हवन पूजा व प्रसाद वितरण कर अग्रसेन महाराज की जयंती को बड़े ही हर्षोल्लास और धूमधाम के  साथ मनाया. इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रुप में उपस्थित
पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष अरविंद संगल ने अग्र समाज के लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि महाराज अग्रसेन के राज्य में जब भी कोई नया व्यक्ति रहने के लिए आता था तो राज्य के सभी लोग एक एक ईट और एक सिक्का देकर आने वाले  व्यक्ति को घर बनाने और व्यापार शुरू करने में सहायता करते थे. महान दानवीर शांतिप्रिय अग्रसेन महाराज ने जिस समय  देखा कि यज्ञ में जीवित पशुओं की बलि दी जा रही थी, महाराज अग्रसेन को उस दृश्य को देखकर घृणा उत्पन्न हो गई। उन्होंने यज्ञ को बीच में ही रोक दिया और कहा कि भविष्य में मेरे राज्य का कोई भी व्यक्ति यज्ञ में पशुबलि नहीं देगा, न पशु को मारेगा, न माँस खाएगा और राज्य का हर व्यक्ति प्राणीमात्र की रक्षा करेगा। इस घटना से प्रभावित होकर उन्होंने अहिंसा धर्म को अपना लिया। इधर अंतिम और अठाहरवे यज्ञ में यज्ञाचार्यो द्वारा पशुबलि को अनिवार्य बताया गया, ना होने पर गोत्र अधूरा रह जाएगा, ऐसा कहा गया,
परन्तु महाराजा अग्रसेन के आदेश पर अठारवें यज्ञ में नगेन्द्र ॠषि द्वारा नांगल गोत्र से अभिमंत्रित किया।  उपस्थित अग्र बंधुओं से पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष अरविंद संगल ने आवाहन किया की हमें भी विष्णु भगवान के  पूर्णाअवतार श्री रामचंद्र के वंशज अग्रसेन महाराज  के बताए रास्ते पर चलते हुए समाज में  एक दूसरे की मदद करते हुए बेहतर समाज का निर्माण करना है आगे उन्होंने कहा कि हमें  अग्रवाल समाज पर गर्व करना चाहिए अग्रवाल धर्म परायण होते हैं हमारे पूर्वजों ने मंदिर धर्मशालाएं गौशालाए बनाएं और प्याऊ लगाए हैं

अग्रवाल धर्म के पक्के होते हैं इतिहास में कहीं भी अग्रवाल समाज के लोगों का धर्म परिवर्तन का कोई प्रमाण नहीं है किसी अग्रवाल समाज के व्यक्ति ने कभी अपना हिंदू धर्म नहीं छोड़ा अग्रवाल शुद्ध शाकाहारी होते हैं और दूसरों को भी शाकाहारी बनने के लिए प्रेरित करते हैं अग्रवाल समाज ने देश और धर्म की रक्षा के लिए हमेशा अपना सर्वोच्च योगदान दिया है उदाहरण के तौर पर लाला लाजपत राय भामाशाह हेमचंद्र विक्रमादित्य वीर हकीकत राय कोठारी बंधु जैसे कई उदाहरण है जो साबित करते हैं की देश और समाज  के लिए आवश्यकता पड़ने पर अग्रवाल समाज के लोग अपने प्राणों की बाजी लगाने से भी नहीं चूकते इसलिए सभी अग्रवाल बंधुओं को अपने समाज पर गर्व होना चाहिए

उन्होंने कहा कि आज महाराज अग्रसेन जी की जयंती है अतः आप अपने घरों में लाइट दीपमाला अवश्य करें और अपने दुकानों व ऑफिस पर भी दीपमाला अवश्य करें अगर अगर किसी कारणवश दीपमाला  नहीं कर सकते तो कम से कम पांच दीपक  या पांच मोमबत्ती अपने घर  दुकाननो ऑफिस पर जरूरी प्रकाशित करे

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