कानपुर नगर निगम की दोहरी नीति शहीद सरदार भगत सिंह के नाम पर प्रस्ताव पारित होने के बावजूद नहीं बना चौराहा.



जिन्होंने देश व देशवासियों के लिए सब कुछ कुर्बान कर दिया आज उन्हीं के लिए देश में कोई सम्मान नहीं संस्था आप और हम राष्ट्रीय भ्रष्टाचार अपराध मुक्ति संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष माननीय श्री बीएस बेदी ने लगभग 4 वर्ष ब्रिटिश हुकूमत का दिया नाम परेड चौराहा कानपुर नगर का जो एक गुलामी का प्रतीक चिन्ह है यहां पर अंग्रेज भारतीयों को कोड़े मारकर परेड कराते थे इसी को ध्यान में रखते हुए  श्री बेदी ने क्रांतिकारी सरदार भगत सिंह के नाम पर परेड चौराहा और उस पर राजगुरु सुखदेव भगत सिंह की प्रतिमा स्थापित करने की मांग आई थी जिस पर सभी नगर वासियों के सहयोग संस्था के पदाधिकारियों के परिश्रम को सफलता मिली और 10 जुलाई 2018 को कानपुर नगर निगम में महापौर प्रमिला पांडे की अध्यक्षता में सर्वसम्मति से शहीद ए आजम सरदार भगत सिंह जी के नाम पर चौराहा व राजगुरु सुखदेव भगत सिंह की प्रतिमा स्थापित करने का प्रस्ताव पारित हो गया मगर दुर्भाग्य 1 वर्ष हो गया आज भी परेड चौराहा के नाम के नगर में बोर्ड लगे हैं चौराहे पर कोई कार्य नगर निगम द्वारा नहीं किया गया  शहीदों का चौराहा राजनीति की भेंट चढ़ा है माननीय मोदी जी माननीय योगी जी कहते हैं हम देशभक्तों के लिए कार्य कर रहे हैं कई बार चौराहे को लेकर माननीय योगी जी श्रीमान कमिश्नर महोदय कानपुर माननीय  जिलाधिकारी महोदय सभी को फलता की ओर से कई बार रिमाइंडर भेजे गए मगर आज तक किसी ने उस पर कोई उचित कार्यवाही ना की नाही कोई जवाब मिला (दिया गया ) अगर क्रांतिकारियों के नाम पर अभी भी शासन-प्रशासन नहीं जागा तो संस्था नगर में शहीद क्रांतिकारियों के लिए आंदोलन की रूपरेखा तैयार करेगी माननीय हाईकोर्ट  में इसकी अपील करेगी संस्था की ओर से सभी नगर वासियों से अपील की जाती है राजनीतिक से हटकर अपने क्रांतिकारियों का समर्थन करके देशभक्ति कार्य को कराने की किरपा करें यह हम कोई अपने क्रांतिकारियों पर एहसान नहीं कर रहे यह हर भारतीय का दायित्व है अपने महान क्रांतिकारियों को सम्मान दिलाने के लिए  ज्यादा से ज्यादा समर्थन करें यही हर भारतीय की ओर से अपने महान वीरों को सच्ची श्रद्धांजलि होगी , जय हिंद जय भारत
बी एस बेदी राष्ट्रीय अध्यक्ष संस्था

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