इच्छाओं का त्याग ही है सच्चा तप – आत्मशक्ति और निर्मलता का मार्ग

गढ़ी पुख्ता (जिला शामली, उत्तर प्रदेश)।

जैन धर्म की अद्भुत परंपरा में 10 लक्षण पर्व का हर एक दिन आत्मा की किसी विशेष महानता को समर्पित होता है। सातवें दिन का महत्व और भी बढ़ जाता है क्योंकि यह दिन समर्पित है “उत्तम तप धर्म” को। गढ़ी पुख्ता स्थित श्री दिगंबर जैन मंदिर अतिशय क्षेत्र में मंगलवार को भक्ति और श्रद्धा से ओत-प्रोत वातावरण में इस विशेष दिन का आयोजन हुआ।

तप का वास्तविक अर्थ

जैन आचार्यों के अनुसार तप का अर्थ केवल कठिन व्रत या उपवास करना नहीं है, बल्कि यह इच्छाओं पर नियंत्रण और आत्मा की शुद्धि का मार्ग है।

  • जब मनुष्य सम्मान पाने की चाह को रोक लेता है,
  • कठिन परिस्थितियों में धैर्य रखता है,
  • और इच्छाओं का त्याग कर संयमित जीवन अपनाता है,
    तो वही उत्तम तप है।

इसी कारण कहा गया है –
👉 “इच्छाओं का त्याग करना ही उत्तम तप है।”

आत्मा की अनंत शक्ति

जैन धर्म मानता है कि आत्मा में अनंत शक्ति विद्यमान है। जब जीव पुरुषार्थपूर्वक तप करता है, तो उसकी आत्मा निर्मल होती जाती है। तप न केवल दुःख और कष्टों को नष्ट करता है, बल्कि आत्मबल और शांति का अद्भुत संचार करता है।

मंदिर में भव्य आयोजन

सुबह अभिषेक और शांति धारा के बाद विधिवत पूजन-पाठ शुरू हुआ। श्रद्धालुओं ने सामूहिक रूप से तेरा दीप महामंडल विधान के अंतर्गत मंदिर मेरू की पूजा की। दीपों की ज्योति और मंत्रों की ध्वनि से पूरा मंदिर परिसर आध्यात्मिक ऊर्जा से आलोकित हो उठा।

उपस्थित श्रद्धालु

इस अवसर पर नीरज जैन, सुदेश जैन, दीपक राय जैन, संजय जैन, राहुल जैन, नितिन जैन, धवल जैन, नमन जैन, अभिषेक जैन, नमो जैन, ममता जैन, रेखा जैन, नीलम जैन, नीरू जैन, स्मिता जैन सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे और तप धर्म की महिमा का अनुभव किया।


जीवन के लिए संदेश

यह आयोजन केवल धार्मिक विधि-विधान तक सीमित नहीं रहा, बल्कि जीवन जीने की एक नई दृष्टि भी प्रदान कर गया। संदेश साफ़ था —

  • इच्छाओं का त्याग करो,
  • आत्म-संयम अपनाओ,
  • और धैर्य के साथ कठिनाइयों का सामना करो।

तभी आत्मा की अनंत शक्तियों का अनुभव संभव है।


जीवन को दिशा देने वाले विचार ✨

  • “तप केवल भूखा रहना नहीं, बल्कि इच्छाओं पर नियंत्रण रखना ही सच्चा तप है।”
  • “धैर्य और संयम से जीने वाला ही आत्मबल का अनुभव कर सकता है।”
  • “जब इच्छाएँ शांत हो जाती हैं, तब आत्मा की अनंत शक्ति प्रकट होती है।”

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“समझो भारत” राष्ट्रीय समाचार पत्रिका के लिए विशेष रिपोर्ट
📰 संवाददाता: ज़मीर आलम
📍 क़स्बा गढ़ी पुख्ता, जिला शामली (उत्तर प्रदेश)
🌐 www.samjhobharat.com
📧 samjhobharat@gmail.com
📞 8010884848

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