झिंझाना/बिडौली, शामली।
गर्मी से झुलसते उत्तर प्रदेश के लोगों को आखिरकार बुधवार को राहत की सौगात मिली। सुबह करीब 9 बजे से बिडौली और झिंझाना क्षेत्र में जमकर बारिश हुई, जिसने मौसम को ना केवल ठंडा किया, बल्कि लोगों के चेहरे पर मुस्कान भी लौटा दी।
🌧️ गर्मी से मिली राहत, सड़कों पर छलका सुकून
पिछले कई दिनों से चढ़ते पारे से बेहाल आमजन को जैसे ही बारिश की बूँदों ने छुआ, लोगों ने राहत की सांस ली। घरों की छतों से लेकर गलियों तक बच्चे, युवा और बुज़ुर्ग – सभी ने इस बारिश का भरपूर आनंद उठाया।
🚜 किसानों की खुशी का कोई ठिकाना नहीं
किसानों के लिए ये बारिश किसी वरदान से कम नहीं। गांव बिडौली के किसान दाऊद, उस्मान, राजपाल और कृष्णपाल का कहना है कि इस समय हुई बारिश से गन्ना, धान और ज्वार जैसी फसलों को काफी लाभ मिलेगा। लंबे समय से सिंचाई की कमी से परेशान खेतों को अब राहत मिली है।
🧒 बचपन की बूँदों में भीगती मस्ती
गलियों में जगह-जगह जलभराव हो गया, जिससे आवागमन जरूर थोड़ा बाधित हुआ, लेकिन बच्चों की मस्ती ने हर परेशानी को भुला दिया। पानी में छलांग लगाते, नाचते, हँसते बच्चे – ये नज़ारा हर किसी को मुस्कुरा देने वाला था। मोबाइल कैमरों में ये पल कैद भी हुए और सोशल मीडिया पर साझा भी।
🚧 थोड़ी परेशानी भी, पर खुशी भारी
जहाँ एक ओर बारिश ने राहत दी, वहीं गलियों में पानी भर जाने से राहगीरों को कुछ मुश्किलों का सामना भी करना पड़ा। लेकिन इस बारिश ने लोगों के दिलों को जो ठंडक दी, वह इन असुविधाओं से कहीं ज़्यादा कीमती थी।
🌈 बारिश नहीं बस पानी, ये एक एहसास था
यह बारिश सिर्फ मौसम का बदलाव नहीं थी, यह गर्मी से जूझते इंसानों और सूखे खेतों के लिए उम्मीद की बूँदें थीं। यह बच्चों की हँसी में खिली हुई राहत थी।
👉 आपके गांव में भी बारिश हुई क्या? खेतों को फायदा मिला या गलियों में परेशानी? नीचे कमेंट करें और साझा करें बारिश के अपने अनुभव।
✍️ समझो भारत से शाकिर अली की रिपोर्ट
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