विश्व हिंदू महासंघ के आह्वान पर हिंदू संगठनों और साधु संत समाज ने जंतर मंतर पर पहलगांव आतंकी हमले के विरोध में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन व विशाल आक्रोश प्रदर्शन किया
नई दिल्ली, 30 अप्रैल - विश्व हिंदू महासंघ के आह्वान पर आज हिंदू संगठनों और साधु संत समाज ने जंतर मंतर पर पहलगांव आतंकी हमले के विरोध में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया और विशाल आक्रोश प्रदर्शन किया।
इस सभा को सम्बोधित करते हुए राष्ट्रीय संगठन महामंत्री श्री योगी राजकुमार नाथ जी ने अपने वक्तव्य में कहा कि कश्मीर के पहलगांव में घूमने के लिए गए 27 हिंदू पर्यटकों का इस्लामी आतंकवादियों द्वारा धर्म पूछ कर किया गया जघन्य नरसंहार देश के ऊपर किया गया हमला है जिसका बदला भारत जरूर लेगा।
उन्होंने कहा कि कश्मीर में हुआ आतंकी हमला एक षड्यंत्र है और यह केवल हिंदुओं पर हमला नहीं है बल्कि कश्मीरियों को भी धोखा देने जैसा है।
श्री योगी राजकुमार नाथ जी ने कहा कि आज पाकिस्तान अकेला पड़ा हुआ है। जब तक अफगानिस्तान में अमेरिका था, अमेरिका को पाकिस्तान की जरूरत थी। चार साल से जरूरत नहीं है। पाकिस्तान आर्थिक गरीबी से जूझ रहा है और अमेरिका मदद नहीं कर रहा है। सऊदी अरब हमेशा पाकिस्तान के साथ रहा है, लेकिन इस बार नहीं। इस बार खाड़ी के किसी देश ने पाकिस्तान का समर्थन नहीं किया। ईरान ने भी पाकिस्तान का समर्थन नहीं किया है।
संगठन महामंत्री ने कहा कि पाकिस्तान के अंदर की हालत यह है कि वहाँ जो सीमा अफगानिस्तान के साथ है, वहाँ आतंकी घटनाएं हो रही हैं। जो सीमा ईरान के साथ है, वहाँ लोग मारे जा रहे हैं। इस हालत में यह दुस्साहस करने की पाकिस्तान को भारी कीमत चुकानी पड़ेगी। जब गुलाम कश्मीर को भी भारत आजाद कराने का समय आ गया है।
उन्होंने कहा कि भारत सरकार ने भी पाकिस्तान के खिलाफ सिर्फ प्रस्ताव पास करके अपने काम को पूरा नहीं माना बल्कि जवाबी कार्रवाई करने की बात भी की है। सरकार ने कहा है कि हम हर उस सीमा तक जाएंगे कि पाकिस्तान की भारत पर नजर उठाने की हिम्मत भी न हो।
संगठन महामंत्री ने कहा कि हम अपनी सरकार पर विश्वास रखते हैं और अपनी सेनाओं पर विश्वास रखते हैं। आतंकी हमले के विरोध में जनाक्रोश को संविधान और कानून की मर्यादा के अंदर रहकर काम करना आवश्यक है। हमें अपने देश में कानून और व्यवस्था को बनाए रखना है। सारा देश एक स्वर में बोल रहा है।
इस आक्रोश सभा को सम्बोधित करते हुए महामंडलेश्वर कृष्ण विश्रुतपाणी जी राष्ट्रीय अध्यक्ष विश्व हिन्दू महासंघ एवं शिक्षक एवं बुद्धिजिवी प्रकोष्ठ ने कहा कि आतंकी हमले के दौरान जिहादियों ने हिंदुओं का धर्म पूछा जो अत्यंत चिंता का विषय है। यही प्रश्न आज से पहले इसी कश्मीर में 1990 को भी पूछे गए थे। सभी मस्जिदों से यह आवाहन हुआ था। यह संदेश दिया गया था कि हिंदुओं, कश्मीर छोड़ो।
उन्होंने कहा कि "यह हमला केवल आतंकवादी घटना नहीं है, बल्कि यह एक साजिश है कि किस प्रकार से कश्मीर घाटी को हिंदू विहीन रखा जाए। जो लोग वहाँ पर फिर से बसने लगे हैं, जो वहाँ जाने लगे हैं, जो हिंदू वहाँ व्यापार करने लगे हैं, वे भयभीत होकर फिर से कश्मीर घाटी छोड़ रहे हैं। यह धमकाने और साजिश करने का प्रयास है। हमें यह समझना चाहिए कि इस समय वही जो 1990 में हो रहा था। आतंकियों ने न जाति पूछी, न भाषा पूछी, न धर्म पूछा, केवल यह पूछा कि क्या आप हिंदू हैं, और हिंदू कहते ही सिर में गोली मार दी। यह भी कहा कि कलमा पढ़कर बताओ। यह एक धार्मिक हिंसा है।"
पहलगांव इस्लामिक जिहाद में मारे गए हिंदुओं को श्रद्धांजलि देने एवम आक्रोश सभा में हिंदू समाज से आए सैकड़ों प्रतिनिधियों का विश्व हिन्दू महासंघ के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री ने धन्यवाद दिया और महामंडलेश्वर कृष्ण विश्रुतपाणी जी ने हिंदू समाज को एकजुट होने का आह्वान किया।
इस प्रदर्शन में राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी सहारनपुर अंशुल मोंगा जी ,राष्ट्रीय सचिव सोकेन्द्र खोखर जी, संगठन अध्यक्ष संदीप मलिक जी नितिन त्यागी जिला अध्यक्ष मेरठ से सैंकड़ो कार्यकर्ता उपस्थित रहे। चौधरी धर्मेन्द्र मलिक, प्रदेश अध्यक्ष समझो भारत न्यूज से मीडिया प्रभारी अंशुल मेघा/शौकीन सिद्दीकी की रिपोर्ट
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