मुस्लिम मुल्तानी लोहार बिरादरी की बड़ौत अंजुमन की कुछ खास अनिमियत्ताएं - जिन्हें अनदेखा नहीं किया जा सकता

1 (क-) जिला विकास प्राधिकरण से बिना नक्शा पास कराए भवन का निर्माण कराना जिला प्रशासन की अदालत में अभी जवाब दे-ही बाकी है ?
 
ख- बिना इंजीनियर की देख-रेख में तथा बिना किसी इंजीनियर की सुपरविजिंग के भवन का बड़े बेसमेंट सहित भवन का निर्माण कराना, जिला प्रशासन की अदालत में अभी जवाब दे-ही बाकी है ?
 
बिरादरी की बिना इजाजत व बिना व बिना सलाह व बिना संतुति के भवन का निर्माण कराना बिरादरी में जवाब दे-ही अभी बाकी है ?
 
अंजुमन में फर्जी व अनैतिक कमेटीयों का राज कायम होना जवाब दे-ही अभी बाकी है।
 
अंजुमन में अंजुमन के बायलॉज को दरकिनार करना जवाब दे-ही अभी बाकी है ।
 
 अंजुमन के गेट का हर वक्त ताले युक्त बन्द रहना और लिखित मेमोरेंडम के बावजूद समाज सेवा ना करना मेरठ रजिस्ट्रार कार्यालय तथा बिरादरी में जवाब दे-ही अभी बाकी है ! 
 
33 वर्षों का बिरादरी से अंजुमन  की कमेटीयों द्वारा अंजुमन का हिसाब छुपाना व हिसाब ना देना, तथा अंजुमन के हिसाब की  संतुति बिरादरी की आम सभा में ना कराना और मेरठ रजिस्ट्रार कार्यालय में हर साल जमा ना कराना और उसे मेरठ रजिस्ट्रार कार्यालय से रिसिव ना कराना मेरठ रजिस्ट्रार कार्यालय और बिरादरी की आम सभा में जवाब दे-ही अभी बाकी है ! 
 आदि बहुत सी अनिमियत्ताओं को लेकर कोई सिर-फिरा आदमी सरकारी कार्यवाही के लिये खड़ा हो गया तो मामला उलझकर गलत भी है सकता है । 
 
ग़ैर मुस्लिमों में एक कहावत मशहूर है कि रावण की जिद के चलते रावण के राजपाट का और  रावण के कुटुम्ब का सत्यानाश हो गया था लेकिन रावण ने राम को  सीता नहीं दी थी ।
 
 इसी तरहा वक्त बर्बाद हो रहा है लेकिन अंजुमन की कमेटीयां भी सरकारी दफ्तरों को और बिरादरी को हिसाब नहीं देना चाहती हैं । 
 
सरकार की कार्यवाही जब रंग पर आती है तब तमाम फाईलें खुलती चली जाती हैं । 
 
 संस्थाओं की और अंजुमन की कमेटीयां इसकी जिम्मेदा खुद ही होती हैं । और नुकसान बिरादरी व समाज का होता है । 
 
अंजुमन का हर साल का ऑडिटर द्वारा बजट व ऑडिट रजिस्ट्रार कार्यालय मेरठ में जमा ना करना मेरठ व बाग़पत जिला प्रशासन की अदालत में जवाब दे-ही बाकी है !
 
 अंजुमन की वोटर लिस्ट में अंजुमन के मतदाता का सही व पूरा पता ना होना, मतदाता की पहचान हेतु मतदाता का फोटो ना होना, मतदाता का आधार नंबर वोटर लिस्ट से लिंक ना होना चुनाव आयोग की अदालत में जवाब दे-ही बाकी है ! 
 
अंजुमन में बिना रजिस्ट्रेशन के तथा बिना रजिस्ट्रार कार्यालय अधिकारी की इजाजत व बिरादरी की अनुमति के अंजुमन की चुनाव कमेटी बनाना मेरठ रजिस्ट्रार कार्यालय व चुनाव आयोग की अदालत में तथा बिरादरी की आम सभा में जवाब दे-ही बाकी है ! अंजुमन के बायलॉज से अलग हटकर उम्मीदवार की सिक्योरिटी की धनराशि तय करना तथा अंजुमन की सदस्यता शुल्क निर्धारित करना रजिस्ट्रार कार्यालय मेरठ की अदालत में तथा क्षेत्रीय जिला प्रशासन की अदालत में जवाब दे-ही बाकी है !  
 उपरोक्त सभी बातों की अनदेखी करना  उत्तर प्रदेश सरकार की अदालत में जवाब दे-ही बाकी है !
प्रेषक - आपका बेटा, आपका भाई, आपका खादिम, अलीहसन मुल्तानी, किशनपुर बिराल वाला, अंजुमन के पास, मुल्तानी वाली गली, बड़का मार्ग बड़ौत जिला बाग़पत उप्र । फ़ोन नंबर हैं जी -9917866561, 9565158666, 9027004684 व्हाट्सएप, 8307308750 अलीहसन मुल्तानी बड़ौत उप्र ।
 


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