एसडीएम कैराना द्वारा रजाक नगर के एक विवादित प्रकरण में 1 वर्ष पहले निजी गली में विपक्षी का गेट ना लगाए जाने के आदेश दिए गए थे।
जबकि विपक्षी ने लोकसभा चुनाव पुलिस की डियुटिया लगने का फायदा उठाते हुए रातो रात नया गेट खोल लिया था। बाद में पुलिस ने उसे दीवार खड़ी कराकर बंद कर दिया था।
मगर विपक्षी ने रात फिर उसे दीवार को गिरकर गेट खोल लिया सूचना पर पहुंची पुलिस ने उस निर्माण कार्य को बंद कराया। मगर पीड़ित पक्ष ने दरवाजा निकाल कर पूरी तरह से दीवार बनाए जाने की मांग की है। ताकि पुलिस द्वारा समस्या का सही से निस्तारण किया जा सके।
जबकि विपक्षी ने लोकसभा चुनाव पुलिस की डियुटिया लगने का फायदा उठाते हुए रातो रात नया गेट खोल लिया था। बाद में पुलिस ने उसे दीवार खड़ी कराकर बंद कर दिया था।
मगर विपक्षी ने रात फिर उसे दीवार को गिरकर गेट खोल लिया सूचना पर पहुंची पुलिस ने उस निर्माण कार्य को बंद कराया। मगर पीड़ित पक्ष ने दरवाजा निकाल कर पूरी तरह से दीवार बनाए जाने की मांग की है। ताकि पुलिस द्वारा समस्या का सही से निस्तारण किया जा सके।
दरअसल मामला गांव रजाक नगर का है। सुरेश कुमार पुत्र जिले सिंह का कहना है कि उनके परिवार के 5 - 6 मकान इस गली में है। इसलिए यह गली हमारी निजी है। और इसी वजह से इसके पक्के सुबूत मिलने की वजह से एसडीएम कैराना के यहां करीब एक वर्ष चले प्रकरण में इसको निजी गली मानते हुए गत 16 नवंबर 2023 में एसडीएम कैराना द्वारा अपने आदेश में कहा गया था कि विपक्षी सुरेंद्र पुत्र नकली इस गली में अपना नया गेट नहीं लगा सकेगा।
पीड़ित का कहना है कि लोकसभा चुनाव के दौरान भी सुरेंद्र ने इसमें गेट लगा दिया था, मगर पुलिस द्वारा रोकने पर उसने आगे दीवार खड़ी कर दी थी, जिसे अब सुरेंद्र ने बुधवार रात उस दीवार को गिरकर अपना गेट खोल दिया है। जिस पर आज सुबह सुरेश आदि की कहा सुनी हुई और पुलिस को बुलवा लिया। पुलिस ने काम फिलहाल रोक दिया है मगर खबर लिखे जाने तक गेट को बंद नहीं कराया गया है। पीड़ितों ने गेट को पूरी तरह बंद कराए जाने की मांग की है। बाईट :- सुरेश कुमार पुत्र जिले सिंह (पीड़ित)
#samjhobharat
8010884848
No comments:
Post a Comment