किराए के नाम पर लिया गया टोला 10 महीने होने के बाद भी वापस नहीं मिल पाया है। पिछले करीब एक सप्ताह से पीड़ित गण चौसाना व झिंझाना पुलिस से शिकायत कर रहे है कि उन्हे ट्रोला व किराया वापस दिलाया जावे, आज अभी तक इसमें कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है। यह मामला थाना झिंझाने की पुलिस चौकी चौसाना के भडी भरतपुर का है। रागिब पुत्र अब्दुल अजीज का कहना है कि उन्होंने ट्रैक्टर के लिए दो लाख 65 हजार रुपये में एक नया ट्रोला कुछ दिन पहले ही बनवाया था। जिसे गांव के ही मुराद अली शौकत अली पुत्र सुलेमान उर्फ सिल्ला , असजद पुत्र मुराद अली 15 हजार रुपए प्रति माह का किराया तय करके और ₹30 हजार रुपये पेशगी देकर ट्राला ले गए थे। आरोप है कि आज तक ना तो ट्रॉला वापस किया और ना ही किराया दिया।
पीड़ित रागिब का कहना है कि हमने ट्राला और किराए के मांग की तो बदले में हमें पिटाई और जान से मारने की धमकी मिली। पुलिस से करीब एक सप्ताह से शिकायत कर रहे हैं।
पुलिस के चक्कर काटने के बाद आज तक भी समस्या का समाधान नहीं हुआ है। उधर थाना प्रभारी निरीक्षक धर्मेंद्र सिंह का कहना है कि मामला जांच पड़ताल के अधीन है जो आवश्यक कार्रवाई होगी की जाएगी। बाईट - रागिब (पीड़ित)
पीड़ित रागिब का कहना है कि हमने ट्राला और किराए के मांग की तो बदले में हमें पिटाई और जान से मारने की धमकी मिली। पुलिस से करीब एक सप्ताह से शिकायत कर रहे हैं।
पुलिस के चक्कर काटने के बाद आज तक भी समस्या का समाधान नहीं हुआ है। उधर थाना प्रभारी निरीक्षक धर्मेंद्र सिंह का कहना है कि मामला जांच पड़ताल के अधीन है जो आवश्यक कार्रवाई होगी की जाएगी। बाईट - रागिब (पीड़ित)
समझो भारत न्यूज झिंझाना, शामली उत्तर प्रदेश से ब्यूरो चीफ सलेक चंद वर्मा की रिपोर्ट
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