बुद्ध पूर्णिमा के मौके पर पहले कभी लगने वाली श्रद्धालुओं की भीड़ आज ना के बराबर है। क्योंकि इससे पहले यमुना नदी में नहाने से डूबने वालों की दहशत आज भी श्रद्धालुओं के मन में पसरी हुई है।

हरियाणा और उत्तर प्रदेश का बंटवारा करने वाली बिडोली यमुना नदी कभी श्रद्धालुओं के लिए आस्था का केंद्र हुआ करती थी। और हर स्नान के मौके पर हरियाणा और उत्तर प्रदेश के काफी श्रद्धालु नहाने यमुना नदी पर पहुंचते थे। मगर पिछले दिनों डूबने वालों की संख्या देखकर इस बार  श्रद्धालुओं में आज भी दहशत पसरी हुई है।‌ आज गुरुवार को बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर काफी श्रद्धालु गंगा या यमुना नदी में स्नान करना पसंद करते हैं। मगर खनन की वजह से यहां यमुना नदी में गहरे गहरे गड्ढे हो चुके हैं जिसमें डूब कर कई लोगों की मौत हो चुकी है। लगता है आज भी वही दहशत श्रद्धालुओं के मन मे बरकरार है। इसलिए बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर आज यमुना नदी में नहाने वाले श्रद्धालुओं की संख्या सैकड़ो की जगह दर्जनों में ही सीमट कर रह गई। हालांकि उत्तर प्रदेश के शामली जिला प्रशासन ने नहाने के स्थान पर जगह-जगह खतरे के बोर्ड लगाए हुए हैं। जहां नहाने से मना किया हुआ है। #samjhobharat 
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