सेंट. आर. सी. कान्वेंट स्कूल शामली में सिखों के नौवें गुरु तेग बहादुर जी की पुण्यतिथि को श्रद्धापूर्ण भाव से मनाया


गुरु तेग बहादुर ने अपने समय के शासको की कट्टर धार्मिक नीतिया का कड़ा विरोध करते हुए उन मजलूमों व वंचित दलितों की आस्था और विकास के लिए खड़े रहे जिनके धर्मपरिवर्तन के लिए तत्कालीन राजा प्रयासरत थे। उक्त विचार स्कूल की मैनेजर श्रीमती मीनू संगल जी ने विद्यार्थियों एवं अध्यापकों द्वारा एकत्रित खाद्य सामग्री वितरण करने के लिए जाने वाली दो स्कूल बसों को हरी झंडी दिखाते हुए व्यक्त किए। आज सेंट. आर. सी. कान्वेंट स्कूल शामली में सिखों के नौवें गुरु तेग बहादुर जी की पुण्यतिथि को श्रद्धापूर्ण भाव से मनाया गया। इस अवसर पर विद्यालय डायरेक्टर श्री भारत संगल जी एवम् सभी शिक्षक छात्र छात्राओं ने ने गुरु तेग बहादुर जी को श्रद्धा सुमन अर्पित किए। इस अवसर पर स्कूल की प्रधानाचार्या श्रीमती उज़्मा ज़ैदी और मैनेजर श्रीमती मीनू संगल जी ने विद्यार्थियों को गुरु तेग बहादुर जी के त्यागपूर्ण जीवन के विषय में जानकारी दी, किस प्रकार उन्होंने अपने धर्म की रक्षा के लिए अपने जीवन का बलिदान दिया, जो धैर्य और न्याय की मिसाल बने।

श्रद्धा-सुमन अर्पण करने के पश्चात स्कूल की प्रधानाचार्या श्रीमती उज्मा जैदी द्वारा 2 बसों में स्कूल के विद्यार्थियों को लेकर सर्वप्रथम शामली के गुरुद्वारा में गुरु ग्रन्थ साहब जी के सामने माथा टेक्कर गुरु तेग बहादुर जी को श्रद्धांजलि अर्पित कर गुरुद्वारा प्रबन्ध समिति को खाद्य पदार्थ के पैकेट एवम् धनराशि समर्पित की। स्कूल में 3 दिन तक विद्यार्थियों, अभिभावकों एवं अध्यापकों द्वारा एकत्रित खाद्य सामग्री को प्रथम दिन नगर के गुरुद्वारे में वितरित कर एक अनोखी पहल का शुभारंभ किया गया। स्कूल द्वारा चलाई जा रही

इस मुहिम में विद्यार्थियों अध्यापकों एवं अभिभावकों ने भरपूर मात्रा में आटा, दाल, चावल देकर अपना सहयोग प्रदान किया। स्कूल की प्रधानाचार्या श्रीमती उज्मा जैदी जी ने कहा कि गुरुद्वारा में विद्यार्थियों को ले जाने का उद्देश्य बच्चों को पढ़ाई के साथ-साथ सनातन धर्म के विषय में जानकारी प्रदान कर उन्हें सिख समुदाय की संस्कृति से रूबरू कराना है। गुरुद्वारा सिखों का एक पवित्र स्थान है जहां नगर के सिख समाज के लोग प्रत्येक दिन अरदास करने जाते हैं। यहां पर प्रत्येक दिन लंगर चलाया जाता है, जहां पर समाज के सभी लोगों के लिए खाने की व्यवस्था की जाती है। जिसमें आकर कोई भी व्यक्ति बिना शुल्क दिए खाना खा सकता है।

विद्यालय के छात्र-छात्राओं ने इस कार्यक्रम में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया कक्षा 12वीं की छात्रा अवनी व करुणा ने गुरुवाणी सुनाई और सिक्ख धर्म की शिक्षा से अवगत कराया। कक्षा 9वी की छात्रा प्रियांशी ने गुरु तेज बहादुर जी के जीवन पर प्रकाश डालते हुए बहुत सुंदर कविता के साथ भाषण दिया। खाद्य सामग्री वितरित करने जाने वाले विद्यार्थी सभी कक्षाओं से जिनके नाम याशिका चौधरी, आयुषी तोमर, सूरज देशवाल, देव तोमर, सात्विक, गरिमा, मनु, वाणी, विराट, नित्या, आरव गोयल, शौर्य शर्मा, युवराज, हर्षित, सत्यराज, विशेष, यशराज, अभिमन्यु, सागर, तेजस शर्मा, काव्य नामदेव, शालिनी, सोनाक्षी, आरती, वंशिका आर्य, दक्ष, हर्ष, माही, आर्यन, आराध्या, पावनी भारद्वाज, हरिओम मित्तल, अभी बसंत, प्रिया, प्रनिता, सिमरन, आरती, नंदिनी, स्वाति कश्यप आदि थे।

सभी अध्यापकगणों ने भी गुरु तेग बहादुर जी की मूर्ति पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। जिनमें स्कूल प्रधानाचार्या श्रीमती उज़्मा ज़ैदी स्कूल डायरेक्टर भारत संगल, अरविंद शर्मा, अरविंद चौधरी, हरिओम वत्स, अजय गोयल, मनीष मित्तल, सतीश कुमार जैन, अंजु मलिक, अनीता वत्स, भावना शर्मा आदि अध्यापक एवं अध्यापिकाएं वहां मौजूद थे। उज़्मा ज़ैदी प्रधानाचार्या

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