नोएडा के सेक्टर 64 B 52 Frist फ्लोर।
इस संस्था में 5 लोग ट्रस्टी है ।जिनके नाम है
चेयरमैन दामोदर शर्मा
ट्रस्टी संजय चौधरी
फाउंडर विपुल रस्तोगी
प्रेसिडेंट साद अब्बास
ट्रस्टी विनीत कुमार गुप्ता
इस संस्था ने जनवरी 2020 में 2276 योगा शिक्षक भर्ती निकली जिस पर आधार परीक्षा को बनाकर 380/280 रुपए परीक्षा शुक्ल लिया गया ।
उसके बाद कॉन्सलिंग के नाम पर 500 रूपत प्रति बच्चे लिया गया । परीक्षा के बाद बच्चो से 155000 एक लाख पचपन हजार रूपए वसूले गए ।जिसमे बच्चो को 90 दिनो की ट्रेनिंग बताया गया और फिर सरकारी और गैर सरकारी स्कूलों में स्थाई जॉब ।लाखो बच्चो ने फार्म अप्लाई किया और कॉन्सलिंग भी कराई।उसके बाद जो भी ट्रेनिग पर गए उन्हे 30 दिन में ही वापस भेज दिया गया एक ऑफर लेटर पकड़ा कर और बोला गया की बाकी की ट्रेनिंग आपकी ऑनलाइन होगी कोविड कारण बताकर।
बच्चो के घर वापस। आने के बाद किसी भी बच्चे को कोई ऑनलाइन ट्रेनिंग नही कराई गई।और ट्रेनिग समय पर जो स्टाइपेंड 6000 मासिक बोला गया bo भी किसी बच्चो को नही दिया गया।
बच्चो को डेट पर डेट देते रहे।उसी समय इस संस्था ने फिर से न्यू भर्ती 1148 फिर से निकली जिसकी प्रक्रिया सेम थी।
कुछ बच्चो को शक हुआ तो bo नोएडा ऑफिस संस्था आए और सास्थान के रवैए से इन लोगो पर शक हुआ ।श्वेता सिंह कन्नौज जिन्होंने इस फर्जी संस्थान के खिलाफ आवाज उठाई और सभी बच्चो को इनके फर्जी कारनामे की जानकारी बच्चो को दी।और कुछ बच्चे 24 मार्च 2021 को ऑफिस नोएडा आए और इनसे अपने पैसे वापस मांगे तो संस्था ने कुछ बच्चो को फर्जी जॉब लेटर स्कूल के नाम के साथ थमा दिए।जिसमे आपके तीन गाजियाबाद के स्कूल सामिल थे।
jPH public school gajiyabad
Bhagirath public school gajiyabad
Masters velly public school noida
के नाम थे।जब हम बच्चे इन स्कूलों में खुद की ज्वाइनिंग का पता करने गए तो उन्होंने साफ मना कर दिया की ऐसे किसी संस्थान को हम नही जानते बस ।
बच्चो का शक यकीन में बदल गया इसके बाद 25 मार्च 2020 को hm बच्चो ने थाना फेस 3 सैक्टर 71 नोएडा में लिखित शिकायत की जिसके आधार पर चौकी 69 टीपी नगर ने ऑफिस में छापा मारा जहा से 3 आरोपी विपुल संजय चौधरी और विनीत गुप्ता पकड़े गए।और थाना फेस 3 में बंद कर दिया गया ।उसके बाद वही पर इनके कुछ मिडियेटर लोग आए और लिखित एप्लीकेशन वापस लेने का दबाव बनाने लगे कुछ पैसे देकर भी मनाने में लगे रहे।लेकिन बच्चो ने साफ मना कर दिया।उसी रात तीनों आरोपियों को ये कह कर छोड़ दिया गया की आप लोग अभी घर जाइए और कल सुबह couki 69 में आए और संस्था के सभी ट्रस्टी भी आयेंगे और दोनो के सबूत जांचने के बाद एफआईआर की जायेगी।हम सभी बच्चे दूसरे दिन 69 चौकी गए लेकिन संस्था से कोई नही आया।hm बच्चे लगातार 15 दिन चौकी के सामने बैठे लेकिन आरोपी कभी नही आए।श्वेता सिंह लगातार थाने के चक्कर लगाती रही लेकिन एफआईआर नही लिखी गई। 7 महीने लगातार अधिकारियों के चक्कर काटने के बाद जांच के आदेश हुए और जांच में आरोपियों पर लगाए गए आरोप सिद्ध हुए तब 11, अक्टूबर 2021 को एफआईआर हुई।
और एफआईआर के बाद विवेचना के नाम पर सिर्फ झूठे वादे और तारीखे ।
बराबर प्रयास करने के बाद भी बस कार्यवाही को टाला जाता रहा। फिर सोशल मीडिया का सहारा लिया उससे कुछ कार्यवाही में तेजी आई लेकिन आरोपी पकड़ से बाहर ।अभी 40 दिन पहले चौकी इंचार्ज अरविंद तरार जी इस मामले में io bne ।aur उन्होंने 30 दिन का टाइम मांगा बच्चो से और उन्होंने सच्चाई और कड़ी मेहनत से इन आरोपियों को पकड़ने का प्रयास जारी किया जिसमे आज तरार जी को एक कामयाबी मिली और एक शातिर आरोपी विपुल रस्तोगी मेरठ मवाना का रहने बाला है उसे गिरफ्तार कर लिया।
श्वेता सिंह की मेहनत से ये आरोपी आज पकड़े गए और न जाने कितने लाखो बच्चो के भविष्य को बचा लिया श्वेता सिंह ने ये लड़ाई सिर्फ श्वेता सिंह ने ही लडी है हर बच्चा हार गया था उन्होंने नोएडा रहकर इनके खिलाफ जो हल्ला बोल किया था उसे जारी रखा और आज एक आरोपी पकड़ा गया h baki bhi jald पकड़े जाएंगे ।
जय हो श्वेता मैम की
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