दलित छात्र इंद्र मेघवाल जब मौत से संघर्ष कर रहा था, तब किसी ने भी सुध नहीं ली, लेकिन अब मौत पर आंसू बहाने के लिए राजनेता जालौर पहुंच रहे हैं, सचिन पायलट का प्रोग्राम बना तो कांग्रेस अध्यक्ष डोटासरा भी पहुंचे, हेडमास्टर छैल सिंह की मटकी से पानी पीने पर हुई थी इंद्र की पिटाई।


दलितों पर अत्याचारों के विरोध में कांग्रेस विधायक पानाचंद मेघवाल का इस्तीफा, पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट औऱ  केबिनेट मंत्री हेमाराम चौधरी ने ग्राम सुराणा (जालौर) पहुंचकर मृतक छात्र स्व इंद्र कुमार मेघवाल को श्रद्धांजलि अर्पित कर शोक संतृप्त परिजनों से मिलकर  ढांढस बंधाया। बाद मे पत्रकारों से भी बातचीत की

जालौर : 

16 अगस्त को राजस्थान के जालौर जिले के सायला क्षेत्र के सुराणा गांव में राजनेताओं का जमघट लग गया। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट, भाजपा के सांसद डॉ. किरोड़ी लाल मीणा, जैसलमेर के विधायक रूपाराम ( धनदेव) मेघवाल आदि ने मृतक छात्र इंद्र मेघवाल की मौत पर परिजन को ढांढस बंधाया। नेताओं ने गमगीन होते हुए कहा कि हेडमास्टर छैल सिंह को सख्त से सख्त सजा दिलाई जाएगी। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मृतक छात्र इन्द्र मेघवाल के परिजन को मुआवजा देने की घोषणा पहले ही कर चुके हैं। आरोप है कि गत 20 जुलाई को जब हैडमास्टर छैल सिंह की मटकी से पानी पिया तो दलित छात्र की बेरहमी से पिटाई की गई। चूंकि पिटाई असर आंख और कान पर ज्यादा हुआ, इसलिए सबसे पहले जालोर के बागोड़ा अस्पताल में इलाज के लिए छात्र को भर्ती करवाया गया। जब स्वास्थ्य ठीक नहीं हुआ तो भीनमाल और उदयपुर के अस्पतालों के साथ साथ गुजरात के डीसा और मेहसाणा के अस्पतालों में भी छात्र इंद्र का इलाज करवाया गया। लेकिन इंद्र को बचाया नहीं जा सका और 13 अगस्त को इलाज के दौरान ही इंद्र मेघवाल की मौत हो गई। इंद्र मेघवाल के इलाज के लिए परिजन इधर से उधर भटक रहे थे, लेकिन तब किसी ने भी हालचाल नहीं जाने। 22 दिनों तक 7 वर्षीय दलित छात्र मौत के साथ संघर्ष करता रहा, लेकिन सरकार के किसी भी स्तर पर मदद नहीं की गई। सायला क्षेत्र में सबको पता था कि हेड मास्टर की पिटाई की वजह से छात्र की तबीयत खराब हुई है, लेकिन गांव के पटवारी से लेकर जिले के कलेक्टर तक ने कोई सुध नहीं ली। यदि दलित छात्र का किसी बड़े अस्पताल में इलाज होता तो शायद इंद्र मेघवाल बच जाता। इसे अफसोसनाक ही कहा जाएगा कि मौत के बाद राजनेता आंसू बहाने के लिए गांव पहुंच रहे हैं। सवाल उठता है कि जब हैडमास्टर की पिटाई की वजह से छात्र की तबीयत खराब हुई, तब इलाज की जिम्मेदारी सरकार की नहीं थी? छात्र की पिटाई इतनी बेरहमी से हुई कि उसकी एक आंख इलाज के दौरान बाहर आ गई। राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना लागू कर रखी है। इस योजना को लेकर गहलोत की ओर से बड़े बड़े दावे किए जाते हैं। छात्र इंद्र मेघवाल की मौत यह बताती है कि सरकारी अस्पतालों में जरूरतमंद व्यक्तियों का इलाज नहीं हो रहा है। एक दलित छात्र की मौत इस तरह हो जाना बहुत ही अफसोस नाक है।


पायलट के साथ डोटासरा भी पहुंचे:

छात्र इंद्र मेघवाल के परिजन से मुलाकात करने की घोषणा जब पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने की तो प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गोविन्द सिंह डोटासरा भी जालौर पहुंच गए। डोटासरा ने भी परिजन को भरोसा दिलाया कि सरकार उनके साथ खड़ी है। वहीं पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने मृतक छात्र की मौत को चिंताजनक बताया है। उन्होंने कहा कि एक छात्र की स्कूल में इस तरह पिटाई होना उचित नहीं है। उन्होंने भरोसा दिलाया कि सरकार उचित कार्यवाही करेगी। वहीं जैसलमेर से कांग्रेस के विधायक रूपाराम मेघवाल ने कहा कि इस मामले में जिला प्रशासन की गलती हुई है। प्रशासन का व्यवहार न्यायोचित नहीं है।  

कांग्रेस विधायक का इस्तीफा:

छात्र इंद्र मेघवाल की मौत से क्षुब्ध होकर बारां जिले के अटरू से कांग्रेस विधायक पानाचंद मेघवाल ने विधायक पद से इस्तीफा देने की घोषणा की है। मेघवाल ने कहा कि एक तरफ हम आजादी के 75 वर्ष का जश्न मना रहे हैं तो दूसरी ओर मटकी से पानी पीने पर दलित छात्र को पीटा जा रहा है। कहीं पर दलित दूल्हे को घोड़ी पर नहीं बैठने दिया। उन्होंने कहा कि ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए किसी को तो कुर्बानी देनी होगी, इसलिए मैं विधायक पद से इस्तीफा दे रहा हूँ।      नई दिल्ली/जयपुर  जालौर : समझो भारत न्यूज डिजिटल चैनल नई दिल्ली से राष्ट्रीय प्रभारी डॉ. के.एल.परमार की कलम से स्पेशल कवरेज : 9636125006

@Samjho Bharat

8010884848

7599250450

No comments:

Post a Comment