धर्म का आचरण करने से बरसती है प्रभु कृपा, झिंझाना 2 जनवरी। मानव देह पाकर धर्म का आचरण करने से सद्गुरु एवं भगवान की कृपा बरसती है। गीता सत्संग भवन में अंग्रेजी नव वर्ष की संध्या पर आयोजित सत्संग में प्रवचन करते हुए परमहंस वीतराग संत दयानंद गिरी महाराज के शिष्य संत स्वामी आनंद स्वरूपा नंद गिरी महाराज ने श्रद्धालुओं को प्रवचन करते हुए यह उपदेश दिया। संत प्रवर ने मोबाइल पर श्रद्धालुओं को संदेश देते हुए कहा कि मानव देह पाकर धर्म का आचरण करने से सद्गुरु एवं भगवान की कृपा शीघ्र बरसती है। सत्संग एवं धर्म चर्चा से जहां आपस में प्रेम बढ़ता है वही अंतरात्मा का भी शुद्धिकरण होता है। संत प्रवर ने संदेश दिया कि धर्म पर चलने वाला व्यक्ति सदाचरण एवं अंतःकरण की शुद्धि पाकर सबसे बड़ी पूंजी कमा लेता है।
श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए आर्य समाज के अध्यक्ष अशोक बहादुर गोयल ने सर्वप्रथम माता वैष्णो देवी परिसर में हुए हादसे में 12 व्यक्तियों की जान चली जाने पर गहरा दुख व्यक्त किया। उन्होंने श्रद्धालुओं से अपील की कि वह अपने धर्म कर्म के प्रति आस्था मैं बढ़ चढ़कर हिस्सा जरूर ले। लेकिन भीड़ का हिस्सा बनने पर सावधानी और धैर्य को न छोड़े। धार्मिक भक्त समाज के तत्वाधान में आयोजित सत्संग में धार्मिक भक्त समाज के अध्यक्ष नीरज मित्तल,
डॉ राकेश शर्मा, डॉक्टर मधुसूदन, रविंद्र संगल,डॉ अशोक विश्वास, राजकुमार शर्मा, प्रेम चंद वर्मा, नीलम बिंदल, संगीता, सहित सैकड़ों श्रद्धालु उपस्थित रहे। बाद में प्रसाद का वितरण हुआ। नए वर्ष के शुभारंभ पर शिक्षण संस्थाओं, गली मोहल्लो, एवं प्रतिष्ठानों पर कुछ लोगों ने रंगोली एवं वेलकम बनाकर नए वर्ष का स्वागत किया और एक दूसरे को बधाई दी। उधर निकटवर्ती गांव केरटू स्थित बीएम कॉलेज ऑफ एजुकेशन पर वर्ष के प्रथम दिवस पर हवन यज्ञ का आयोजन कर शिक्षण कार्य का शुभारंभ किया गया। कालेज समिति के अध्यक्ष डॉक्टर एस के जैन ने मां सरस्वती के चित्र पर दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की। इस अवसर पर शिक्षक एवं छात्र छात्राएं उपस्थित रहे।
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