साइबर ठगी का शिकार हॉस्पिटल सावधानी बरतें : डॉ0 अकबर खान


कल दिनांक 29 12 2021 शाम 5:00 बजे के आसपास एक फोन अस्पताल के नंबर पर आया और उन्होंने कहा कि वह गूगल से बोल रहे हैं और हमारा फोन नंबर गूगल पर उपलब्ध है जिससे मरीज आसानी से अस्पताल में बात कर सकता है और उसकी वेरिफिकेशन के लिए आप एक नंबर पर मिस कॉल करें फोन करने वाले की बात जेनुइन सी लग रही थी इसलिए स्टाफ में मुझसे बात कराई और मैंने भी ज्यादा दिमाग ना लगाते हुए उस नंबर पर मिस कॉल कर दी

उसके बाद हम लोग अपने काम में लग गए. रात 10:30 बजे के करीब जब किसी कारण से मैंने अस्पताल के नंबर पर फोन करा तो फोन बंद का कंप्यूटराइज मैसेज सुनाई दिया लेकिन अलग बात यह थी कि यह आवाज बंगाली भाषा में थी मुझे शक हुआ और मैंने अस्पताल का फोन मंगवा कर देखा तो पता चला कि यह फोन कॉल फॉरवर्डिंग पर लगा हुआ था और तब शक हुआ कि शायद शाम में आने वाली कॉल इसीलिए की गई थी. फिर जिस नंबर पर मिस कॉल दी थी उस नंबर को गूगल पर चेक करने पर पता चला कि यह तो एक बहुत बड़ा फ्रॉड है जो अस्पतालों के नंबर पर किया जा रहा है पहले अस्पताल का नंबर  हैक किया जाता है

और उसके बाद जब कोई मरीज फोन करता है तो उससे 5 से ₹10 की डिमांड की जाती है और यूपीआई से या गूगल पे से पेमेंट करते वक्त यह लोग उस आदमी का खाता तक खाली कर देते हैं हमने रात में कॉल फॉरवर्डिंग तो हटा दी थी लेकिन यह नहीं पता था कि कोई मरीज उनके झांसे में आ पाया या नहीं सुबह में जब मरीज आए तो एक मरीज ने अपनी आपबीती सुनाई कि कैसे उसने रात में फोन किया था और उससे ₹10 की डिमांड की गई थी क्योंकि वह पुराना मरीज था और हॉस्पिटल स्टाफ और हॉस्पिटल की कार्यविधि को अच्छी तरीके से जानता था इसलिए उसे शक हो गया और उसने कॉल वहीं पर कट कर दिया और शायद वह इस जालसाजी से बच गया इसके अलावा हमें नहीं पता की कोई और भी फंसा या नहीं लेकिन एक सबक जरूर मिला की फोन पर कितना भी जेनुइन लगने वाला कोई भी कॉल आए उस पर यकीन नहीं करना चाहिए और किसी भी तरह का कोड ओटीपी या मिस कॉल नहीं करना चाहिए

*डॉक्टर अकबर खान*

*बेबी होम बच्चों का अस्पताल* 

*शामली*

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