दीपक बंसल द्वारा लखनऊ में बैठकर प्रशासनिक अधिकारियों पर लगाए गए गंभीर आरोप लेकिन शामली आते ही किया खंडन


डीएम का दावा की शिकायतकर्ता ने एक शपथ पत्र दिया है परिवार के साथ बयान दिया कि किसी के बहकावे में आकर शिकायत कर रहे थे


लेकिन सबसे बड़ा सवाल जो दीपक बंसल से पूछा जाना चाहिए था कि ऐसा कौन है जिस के बहकावे में आकर इतने बड़े आरोप लगाएं मगर हर कोई चुप


दीपक बंसल द्वारा पूर्व में सभी की गई शिकायतों की होगी जांच जसजीत कोर डीएम  शामली



लेकिन नहीं बताया आखिर कौन होगा जांच अधिकारी या बनेगी कोई जांच समिति क्योंकि जनपद के अधिकतर अधिकारियों पर लग चुके हैं भ्रष्टाचार के आरोप


क्या सिर्फ इतना कह देने से कि मैंने किसी के बहकावे में आकर की शिकायत पूर्व में की गई शिकायतों का क्या हो जाएगा खंडन आखिर शिकायत करने के पीछे क्या था दीपक बंसल का मकसद या फिर खंडन के पीछे का क्या है खेल


आपको ज्ञात होगा कि व्यापारी दीपक बंसल में प्रशासनिक अधिकारियों पर आरोप लगाते हुए पूर्व आईपीएस के माध्यम से मुख्यमंत्री को शिकायत पत्र भेजकर की थी जांच की मांग लेकिन या व्यापारी ने लखनऊ में बैठकर लगाए गंभीर आरोप वही शामली आते ही आरोपों का कर दिया खंडन व्यापारी की शिकायत के आधार पर पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर और आरटीआई एक्टिविस्ट नूतन ठाकुर ने मुख्यमंत्री से लगाए गए आरोपों की जांच की मांग की लेकिन शामली निवासी व्यापारी दीपक बंसल ने लखनऊ में बैठकर जनपद के प्रशासनिक अधिकारी पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे उनके आरोपों से जिले में हड़कंप मच गया था कई दिनों से शिकायतकर्ता लखनऊ में ही था लेकिन सोमवार को जैसे ही जिले में पहुंचा और दोपहर बाद शिकायतकर्ता ने अपने आरोपों का खंडन कर दिया दीपक की शिकायत के आधार पर और आईपीएस अमिताभ ठाकुर ने मुख्यमंत्री शिकायत की जांच की मांग की थी लेकिन अब उसके द्वारा ऐसे में खंडन किए जाने से पूरा मामला ही उड़ता नजर आ रहा है सबसे बड़ी उलझन यह है कि यहां जिलाधिकारी शामली ने दावा किया कि सोशल मीडिया पर जो शिकायतें वायरल हो रही है उनके संदर्भ में शिकायतकर्ता ने शपथ पत्र दिया परिवार के साथ बयान दिया कि किसी के बहकावे में आकर शिकायत कर रहे थे उन्हें शिकायत नहीं है लेकिन सबसे बड़ा सवाल यह है कि जब व्यापारी दीपक बंसल शपथ पत्र देकर यह कह रहे थे कि किसी के बहकावे में आकर यह सब किया किसी ने किसके बहकावे मेंआइए जानने की जहमत नहीं उठाई

आपको ज्ञात होगा कि शिकायतकर्ता ने एडीएम अरविंद सिंह तहसीलदार अजय शर्मा के खिलाफ गंभीर आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री शिकायत की थी कि उन के माध्यम से लोगों से करोड़ों के लिए गए साथ ही एक कार भी ली गई शिकायत के साथ ऑडियो रिकॉर्डिंग व्हाट्सएप चैट और फोटो आगे भी सलंग किए गए थे इस मामले में भी दीपक ने शपथ पत्र देकर शिकायत नहीं करने की बात कही थी उन्होंने शहर कोतवाली में एक रिपोर्ट भी दर्ज कराई थी कि उनके नाम से किसी ने गलत शिकायत की है लेकिन उक्त रिपोर्ट पर भी आज तक कोई जांच नहीं हुई और फर्जी नाम से शिकायत करने वाले के विरुद्ध कोई कार्रवाई नहीं हुई वहीं जिलाधिकारी शामली ने दावा किया कि शिकायतकर्ता दीपक बंसल ने पूर्व में जो भी शिकायत की है उनका संज्ञान लिया जा रहा है इन शिकायतों में लगाए गए आरोपों की जांच होगी संबंधित अधिकारी को बयान दर्ज किए जाएंगे लेकिन यह नहीं पता कि कौन होंगे जांच अधिकारी या बनेगी कोई जांच टीम आखिर कौन करेगा जांच जब अधिकतर अधिकारी कर्मचारी ही दीपक बंसल के रह चुके हैं अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या दीपक लखनऊ में बैठकर सच बोल रहा था या शामली में आकर बिना किसी दबाव के लगाए गए आरोपों का किया खंडन आखिर दीपक बंसल किसके बहकावे में आकर और क्यों कर रहा था शिकायतें आज वर्तमान में इन सभी सवालों का जवाब किसी भी अधिकारी के पास नहीं है लेकिन इतना जरूर है कि कुछ न कुछ गड़बड़ तो है या यूं कहिए कि दाल में काला है जबकि क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है कि दाल में कुछ काला नहीं पूरी दाल काली है क्योंकि जो सोशल मीडिया पर साक्ष्य जारी किए गए थे उनसे लगता है कि दीपक बंसल द्वारा लगाए गए आरोपों में कुछ तो है जो जांच में शामिल होना चाहिए वहीं जांच में दीपक बंसल द्वारा बदले गए अपने बयान भी शामिल होना चाहिए कि किस कारण से उसने अपने बयान बदले और सबसे बड़ी बात यह कि और आई पी एस अधिकारी अमिताभ ठाकुर नूतन ठाकुर जिन्होंने माननीय मुख्यमंत्री से उक्त प्रकरण की ज्ञात करने की गुहार लगाई थी वह जांच को ध्यान में रखते हुए पूरे प्रकरण की जांच की जाए और दोषी के खिलाफ कठोर कार्रवाई हो लेकिन ऐसा कुछ होता नजर नहीं आ रहा है आपको याद होगा कि पूर्व फिल्म अभिनेता राजेश खन्ना का एक मशहूर गाना था कि जिसने पाप ना किया हो जो पापी ना हो पहला पत्थर मारे आज वह गाना उपकरण पर पूरा सेटिंग बैठा है आखिर प्रकरण की जांच करेगा कौन वह अधिकारी कहां से लाएं जो उक्त प्रकरण का सही तरीके से दूध का दूध और पानी का पानी कर सकें लेकिन फिर भी आज अभी जिंदा है जिलाधिकारी शामली जगजीत कौर ने दावा किया है कि लगाए गए सभी आरोपों की होगी निष्पक्ष जांच अब उनकी जांच का इंतजार करने के अलावा किसी के पास नहीं है कोई और जवाब अब उनकी जांच रिपोर्ट के बाद ही स्पष्ट होगा कि आखिर क्या था पूरा प्रकार क्यों दीपक बंसल को लखनऊ में जाकर लगाने पड़े आरोप वह भी इतने गंभीर की पूरे जनपद में मच गया हड़कंप आखिर क्यों आईपीएस अमिताभ ठाकुर कर लेना पड़ा सहारा और फिर शामली में आते ही क्यों किया खंडन इन सभी सवालों के जवाब छिपे होंगे जांच आख्या में आब सभी को जांच आख्या का इंतजार


पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर और आरटीआई एक्टिविस्ट नूतन ठाकुर जिनका उक्त प्रकरण में नाम आने से पहली थी सनसनी अब शिकायतकर्ता के मुकर जाने से अधूरी रह गई भ्रष्टाचार के खिलाफ शुरू की गई जंग दोनों को रहेगा  मलाल की आखिर क्यों अपनी शिकायत से मुकर गए व्यापारी दीपक बंसल

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