इंसाफ़ के लिए दर दर की ठोकरें खा रही हैं भीलवाड़ा के पंचवटी की मजबूर, असहाय, बेबस, बेघर, दलित सुहानी बैरवा

 आज वो भीलवाड़ा में अकेली किराये के मकान में रहकर इस उम्मीद के सहारे जी रही है कि उसे भविष्य में इंसाफ़ मिलेगा! कानून के नुमाइंदे उसकी दर्द भरी फरियाद सुनकर उसे न्याय दिलाकर उसके पति द्वारा किये गए अत्याचारों से उसे निजात दिलाएंगे पर ऐसा नहीं हुआ मिला तो सिर्फ आश्वासन उसने भीलवाड़ा की सीटी कोतवाली थाने में उसके पति के खिलाफ नामजद रिपोर्ट देने के बावजूद भी कोई कार्यवाही नहीं होना देश की कानून व्यवस्था पर कई सवाल खड़े करता है! उसकी माँ सोतेली है उसकी माँ का रवैया भी उसके प्रति संतोषजनक नहीं है! उसके ससुराल में उसके पति और ससुराल वालों ने मारपीट करके डरा धमका करके बोले कि हम तुझे व तेरी बेटी को जान से मार देगें उसे डराकर सुहानी बैरवा (परिवर्तित नाम) से खाली स्टांप पर भी हस्ताक्षर करवा लिए थे ताकि वह उनके

खिलाफ कुछ भी कदम नहीं उठा सके! अभी लोक डाउन की स्थिति में वो कहीं काम करने की स्थिति में नहीं है! उसकी छोटी बच्ची होने के कारण कोई उसे काम देने को तैयार नहीं है! वो अपनी बच्ची के भविष्य को लेकर भी चिंतित है! उसकी कोर्ट मैरिज के चलते घर परिवार समाज वाले कोई भी उसकी मदद करने को तैयार नहीं है! वो चाहती हैं कि किसी फरिश्ते की नजर उसकी मजबूरियों और परेशानियों पर पड़े तो शायद उसकी मदद हो जाए और उसके पति को सख्त से सख्त सज़ा मिले अन्यथा उसे बच्ची सहित आत्महत्या करने को मजबूर होना पड़ेगा जिसकी समस्त जिम्मेदारी उसके पति सोहन लाल बैरवा व उसके परिवार की होगी! उसकी जिंदगी का कोई भरोसा नहीं कब उसका पति उसका अंत कर दें! उसके पति के अनगिनत अत्याचारों से त्रस्त आज वो जी रही हैं तो अपनी मासूम एक वर्षीय बेटी कृतिका के लिए! और वो चाहती है कोई लड़की इस हेवान पति सोहन लाल का शिकार ना हो और कानून उसके पति सोहन लाल को सख्त से सख्त सजा दें ताकि उसकी तरह किसी और लड़की की जिंदगी बर्बाद ना हो! भीलवाड़ा शहर के पंचवटी इलाके में रहने वाली 24 वर्षिय दलित युवती सुहानी बैरवा (परिवर्तित नाम) का कोदूकोटा के रहने वाले उसके सजातीय युवक सोहन लाल बैरवा पिता देबी लाल बैरवा ने पहले उस युवती को अपने प्यार के झूठे झांसे में फंसाकर कई तरह के झूठे आश्वासन देकर द्विस्वपन दिखाकर उसका शारीरिक और दैहिक शोषण किया, जिसके चलते वो युवती एक बच्ची कृतिका की माँ बन गई! आज वो बच्ची एक साल की हो गई है! सुहानी बैरवा (परिवर्तित नाम) ने उस लड़के से यह कोर्ट मैरिज उनके घर वालों के खिलाफ की थी! जिसके चलते उसके घर वाले भी इस दुखद घड़ी में उसकी कोई मदद नहीं कर रहे हैं और समाज वाले भी उसे हेय दृष्टि से देख रहे हैं! उस युवती सुहानी बैरवा (परिवर्तित नाम) के साथ उस युवक व उसके घर वालों का व्यवहार कुछ दिनों तक तो अच्छा रहा पर जैसे ही उसने लड़की को जन्म दिया तब से उनके सुर बदल गए और सभी ने उसको प्रताड़ित करना प्रारंभ कर दिया और यह सिलसिला आज भी बदस्तूर जारी है! उस युवती ने अपनी दुखद दास्ताँ इस संवाददाता भैरु सिंह राठौड़ को सुनाते हुए बताया कि उसका पति सोहन लाल आए दिन शराब पीकर उसके साथ मारपीट करता रहता था और हर रोज जान से मारने की धमकी देता रहता था! जिससे उसके अत्याचारों से तंग आकर उसने सीटी कोतवाली पुलिस थाने में उसके खिलाफ रिपोर्ट भी दी थी पर उसके पति की चाची महिला सुरक्षा केन्द्र में उसके ससुराल की महिला सहायक होने व उसके पति के ऊंचे रसुखात के चलते पुलिस ने कोई कार्यवाही नहीं की है! उसने बताया कि उसका पति आज भी चरस और गांजे जैसी अनैतिक गतिविधियों में शामिल हैं और कई आवारा लड़को के साथ रहकर उसे हर रोज जान से मारने की धमकियाँ देता है वो भविष्य में उसकी बच्ची व उसके साथ कुछ भी अनहोनी कर सकता हैं! सुहानी ने बताया कि वह उससे काफी आतंकित और परेशान हैं! पुलिस उसके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई करें ताकि जिस तरह उसने मेरी जिंदगी बर्बाद की है उस तरह किसी दूसरी लड़की की जिंदगी बर्बाद ना करें! सुहानी ने बताया कि उसका पति सोहन लाल बैरवा हवस का पुजारी हैं जो हर दिन नई नई मासूम लड़कियों को प्यार के जाल में फंसाकर उनकी अस्मत से खेलना उसका मुख्य पेशा है! और लड़की जब कुछ बोलती है तो उसे डरा धमका कर चुप करा देता है! सुहानी ने आगे बताया कि कानून उसे सख्त से सख्त सजा देकर उसकी बच्ची की परवरिश के लिए आर्थिक मदद दिलाई जाए!


*रिपोर्ट - भैरु सिंह राठौड़, भीलवाड़ा (राजस्थान) 09799988158*

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