अखिल भारतीय सफाई मज़दूर कांग्रेस , स्वतन्त्रता दिवस की पूर्व संध्या पर ठेका प्रथा जैसी गुलामी पर आधारित कुप्रथा को को समाप्त कराने के लिए देश के समस्त मुख्यालयों पर सोशल डिस्टेंसिग को दृष्टिगत रखते हुए सांकेतिक धरना

मेरठ-18 जौलाई ।  देगा और ठेका प्रथा की गुलामी से आजादी पाने के लिए सम्बन्धित जिलाधिकारी
के माध्यम से देश के प्रधानमंत्री और अपने प्रदेश के मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजकर उक्त गुलामी जैसी कुप्रथा को समाप्त करके समस्त ठेका प्रथा सफाई कर्मचारियों को स्थायी करने की मांग करेगी ।
       उक्त प्रस्ताव संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री चरणसिंह टांक जी की अध्यक्षता में आयोजित विडियो कान्फ्रेसिंग के माध्यम से सम्पन्न हुई बैठक में सर्वसम्मति से लिया गया ।
बैठक का संचालन राष्ट्रीय महामंत्री श्री फकीर चन्द वाल्मीकि जी के द्वारा किया गया । बैठक में राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्री सुधाकरन पणीकर दास , राष्ट्रीय महामंत्री श्री विनोद कुमार बेचैन के अलावा विभिन्न प्रदेशों के अध्यक्ष भी उपस्थित थे । जिनमें मुख्य रूप से सुरेन्द्र तेश्वर उत्तराखंड , राजेश बैनीवाल दिल्ली , जयसिंह कछवाहा महाराष्ट्र , शशीकांत सौलंकी गुजरात , मगन लाल झंझौट मध्य प्रदेश , दीपक कुमार मलिक प0 बंगाल , भूपति अप्पा राव आंध्र प्रदेश , राजेश वाल्मीकि तेलंगाना, काशी राम चौहान कर्नाटक ,
हरीश रेवड़ीकर गोवा एवं
सतपाल सिंह टांक हरियाणा आदि उपस्थित रहे ।
      लगभग तीन घण्टे चली उक्त बैठक में सभी प्रदेशाध्यक्षों ने अपने-अपने राज्य की स्थानीय निकायों में कार्यरत सफाई कर्मचारियों की समस्याओं एवं पीड़ाओं से अवगत कराया । विशेष कर कोरोना आपदा में अपनी जान जोखिम में डालकर सफाई कार्य करने वाले सफाई कर्मचारियों को समय पर वेतन भुगतान नहीं किया जा रहा ।कोरोना महामारी में मृतक सफाई कर्मचारियों के आश्रितों को ना तो नौकरी दी जा रही है और ना ही सरकार द्वारा घोषित मुआवजा दिया जा रहा है । संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री चरण सिंह टांक जी ने सरकार पर कटाक्ष करते हुए कहा कि देश के प्रधानमंत्री के द्वारा पिछले छः साल से स्वच्छता अभियान
चलाया जा रहा है किन्तु जिनके बलबूते यह अभियान
सफलता पूर्वक चल रहा है ,उन सफाई  की
दुर्दशा से वो परिचित ही होना नहीं चाहते । देश से धारा 370 समाप्त हो सकती है लेकिन दास प्रथा जैसी कुप्रथा को समाप्त नहीं किया जा सकता । श्री टांक जी ने कहा कि अगर धारा 370 कश्मीर और देश हित में समाप्त होनी आवश्यक थी तो ठेका प्रथा भी लाखों सफाई कर्मचारियों के मानवाधिकारों की रक्षा हेतु समाप्त करनी आवश्यक है ।
     बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि ठेका प्रथा के खिलाफ आज़ादी की पूर्व संध्या पर देश व्यापी सांकेतिक एक दिवसीय आन्दोलन किया जायेगा । तत्पश्चात  आबादी के अनुसार सफाई कर्मचारियों की भर्ती , पृथक आरक्षण ,
समान कार्य समान वेतन ,
यूनियन नेताओं का सफाई आयोगों में समायोजन , मृतक आश्रितों को नौकरी ,
शिक्षा व आर्थिक क्षेत्र में समान अवसर आदि मांगों को लेकर देश की राजधानी दिल्ली में अनिश्चितकालीन आन्दोलन शुरू किया जायेगा और यह आन्दोलन आर-पार का होगा । इस अनिश्चितकालीन आन्दोलन की तारीख व रणनीति 14 अगस्त के आन्दोलन के बाद तय की जाएगी । इससे पूर्व सभी नव निर्वाचित प्रदेशाध्यक्षों को बधाई दी गई । उक्त आन्दोलन का संगठन के बुद्धिजीवी प्रकोष्ठ के  वरिष्ठ नेता हसीन अहमद सैफी द्वारा समर्थन किया गया और सहयोग की घोषणा की ।
           हसीन अहमद सैफी
            बुद्धिजीवी प्रकोष्ठ

No comments:

Post a Comment