तालाब पर कब्जे की शिकायत पर पहुंचे एसडीम कैराना ने कार्य रोका

झिंझाना 8 जून। हाईवे पर स्थित तालाब के सौंदर्य करण के नाम पर तालाब के कुछ हिस्से का भराव कर समतलीकरण किया जाने की शिकायत पर पहुंचे एसडीएम कैराना ने मामले की जांच कराए जाने को लेकर रात्रि में किए जा रहे निर्माण कार्य को रुकवा दिया हैं।

   शामली करनाल हाईवे पर स्थित गांव जमालपुर के गाड़ी वाला चौराहा पर खाली पड़े तालाब के एक छोर की सैकड़ों गज जमीन का

समतली करण कर कब्जाये जाने की शिकायत पर आज एस डी एम कैराना मौके पर पहुंचे। एसडीएम ने पूरे तालाब की जांच  को एक कमेटी नियुक्त कर रिपोर्ट आने तक पट्टा धारी एवं गांव प्रधान को कार्य रोकने का निर्देश दिया।
    गौरतलब हो कि बीते 3 दिनों से रात्रि में जेसीबी मशीन द्वारा मिट्टी भराव का कार्य चलते रहने से कस्बे में तालाब के सौंदर्यीकरण की


चर्चा चल रही थी। गाड़ी वाला चौराहा पर तैनात पुलिस पूरे प्रकरण से अनजान बनी रही। गाँव प्रधान शिव कुमार चौहान तालाब के


सौंदर्यीकरण की बात कह रहे थे। बावजूद इसके तालाब के एक छोर पर सैकड़ों गज जमीन का समतलीकरण कर रात में टीन शेड लगा दिए जाने की शिकायतों को सुनकर आज मंगलवार को दोपहर में एसडीएम कैराना देवेंद्र कुमार घटनास्थल पर पहुंचे थे। जहां दिन में कोई कार्य नहीं हो रहा था। बावजूद इसके एसडीएम कैराना ने गांव

प्रधान एवं तथाकथित पट्टाधारी को कार्य रोक दिए जाने का निर्देश दिया। संवादाता के पूछे जाने पर एसडीएम कैराना ने बताया कि गांव प्रधान द्वारा तालाब के सौंदर्यीकरण की बात कही जा रही थी।

अग्रिम जांच कमेटी द्वारा निर्णय आने तक के लिए कार्य रोक दिया गया है। तालाब के 1 छोर पर भराव कर समतलीकरण करने और टीन टीन शेड लगा देने की बात को स्वीकारते हुए एसडीएम महोदय ने कहां कि पूरे प्रकरण की जांच के लिए एक कमेटी का गठन कर दिया गया है। जो शीघ्र ही अपनी जांच कर रिपोर्ट देंगी। तब तक के लिए कार्य रोक दिया गया हैं।
     गौरतलब हो कि तालाब के सौंदर्यीकरण का काम आखिर दिन के बजाय रात के अंधेरे में क्यों किया जा रहा था। जो अपने आप में सवाल खड़ा करता है। जिससे पड़ोसियों द्वारा प्रशासन को शिकायत की गई होगी। गांव प्रधान शिवकुमार ने बताया कि तालाब के एक छोर पर एक पट्टेदार ने अपना पट्टा बताते हुए रात्रि में यह समतलीकरण कर किया है। जिसे एसडीएम साहब ने जांच रिपोर्ट आने तक रुकवा दिया है।
विदित हो कि कस्बे से 1 किलोमीटर पहले शामली करनाल हाईवे पर स्थित गाड़ी वाला चौराहा पर दशकों पुराने इस लंबे चौड़े तालाब पर लोगों की नजरें टिकी हुई है। प्रशासन की ढुलमुल नीति के चलते समय-समय पर इसका क्षेत्रफल घटता जा रहा है।

पड़ोसियों द्वारा  बताया गया कि बीती रात भी इसके एक छोर पर किसी पट्टेदार द्वारा समतलीकरण कर टीन शेड़ लगाए जाने की योजना निर्बाध रूप से रात्रि में हो रही थी। जिसे बीती रात पूर्ण कर टीन शेड लगाकर  घेराबंदी  कर दी गई है।  जिसके बाद गांव प्रधान

द्वारा  बराबर के बचे तालाब में दो गड्ढे बना कर सौंदर्य करण की शुरू आत हो रही थी। फिलहाल एसडीएम द्वारा जांच कमेटी की जांच रिपोर्ट आने तक कार्य रुकवा दिया गया है। देखना यह होगा कि तालाब के छोर पर सैकड़ों गंज जमीन का समतलीकरण कर टीन शेड़ लगाए जाने वाला हिस्सा कभी तालाब में शामिल हो पाएगा या नहीं।

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