नगर में लॉकडाउन में परिजनों की डांट से क्षुब्ध होकर 5 वर्षीय मासूम बिछड़ा बच्चे को परिजनों की काउंसलिंग करके किया सुपुर्द

कानपुर 23 अप्रैल। मासूम 5 वर्षीय बालक आयुष अपने बाबा के डांटने पर बिना बताए घर से निकल गया और रास्ता भटक कर परिजनों से बिछड़ गया। जो कि चाइल्ड लाइन कानपुर के संपर्क में स्वयंसेवी व्यक्ति बर्रा निवासी संतराम के माध्यम से आया जिनके घर के पास बच्चों को कोई लावारिस हालत में छोड़ गया था जिसके

पश्चात चाइल्डलाइन कार्यकर्ता पीयूष शुक्ला व मंजुला तिवारी थाना बर्रा गए थाना प्रभारी इंद्रजीत सिंह जी द्वारा ज्ञात हुआ कि बालक को जनता नगर चौकी भेज दिया गया है क्योंकि बच्चा उसी क्षेत्र में मिला था और बच्चे के परिजनों को ढूंढने का प्रयास किया जा रहा है

जिसके पश्चात चाइल्डलाइन कार्यकर्ता जनता नगर चौकी गए और बच्चे के परिजनों की खोज की गई और अंततः सफलता मिली।
बालक से उसके घर के बारे में जानकारी हासिल करने का काफी प्रयास किया गया लेकिन बालक छोटा होने के कारण कुछ भी बता पाने में सक्षम नहीं था वह इशारे से इधर-उधर कर घर का पता बता रहा था लेकिन वह कुछ भी स्पष्ट नहीं बता पा रहा था जिसका संदर्भ ग्रहण करते हुए चाइल्डलाइन कार्यकर्ताओं द्वारा जनता नगर चौकी

के आसपास के क्षेत्रों में गोविंद नगर बर्रा आदि क्षेत्रों में  भ्रमण कराया गया लेकिन परिजन नहीं मिले जिसके पश्चात कुछ समय बाद बच्चे की मां नम्रता पत्नी निवासी E-56 स्टोरी बर्रा-2 कानपुर नगर जनता नगर चौकी आई और जनता नगर चौकी में पुलिस के समक्ष बालक आयुष को उसकी मां के सुपुर्द बच्चे की सही तरीके से देखभाल करने की हिदायत देते हुए किया गया।

चाइल्डलाइन कानपुर के समन्वयक प्रतीक धवन ने बताया कि परिजनों की लापरवाही या परिजनों द्वारा बच्चों को डांटने मारने के कारण अक्सर बच्चे घर से बिना बताए निकल जाते हैं और परिजनों से बिछड़ जाते हैं और उन्हें परिजनों व परिजनों को बच्चों से लंबे समय तक दूर रहना पड़ता है।

साथ ही उन्होंने बताया कि चाइल्ड लाइन द्वारा परिजनों से अपील की गई है कि बच्चों को लॉक डाउन के तहत घर पर उनकी रूचि के अनुसार कार्य करने दें और उन्हें प्रताड़ित ना करें और उन्हें ज्ञानवर्धक उत्साहवर्धक बातें बताएं जिससे वह गलत कार्यों में लिप्त ना हो।

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