✍2016 में योजना आयोग के सदस्य सुधीर पवार के दखल के बाद 6 गांव में शामली ब्लॉक में शामिल
✍जिसके चलते 25 दिसंबर 2016 को शामली के कृष्णा गार्डन में सुधीर पवार को किया गया था सम्मानित
✍चुनाव बाद क्षेत्र के बीजेपी के कद्दावर नेता के दखल के चलते आज तक भी शामिल नहीं हो पाए थे यह 6 गांव शामली ब्लॉक में शामिल
✍जबकि सभी ग्राम प्रधानों के द्वारा उक्त नेता का हार्दिक आभार एवं अभिनंदन करते हुए किया गया था कार्यक्रम भी लेकिन फिर भी नहीं पसीजा उक्त नेता नहीं होने दिया शामली ब्लॉक में शामिल
✍ वर्तमान डीएम ने एक बार फिर 6 गांव को सामने ब्लॉक में शामिल करने की घोषणा
✍ लेकिन एक बार फिर उसी कद्दावर नेता के हस्तक्षेप के चलते अटका परिसीमन
✍ कद्दावर नेता को शक कि बीजेपी के एक दूसरे नेता ने फिर कराई घोषणा
✍ वही सुधीर पवार के शामली ब्लॉक में शामिल होने के गांव की हार्दिक बधाई का होल्डिंग ने किया आग में घी का काम
✍2011 में ग्राम टिटौली में कसेरवा खुर्द कसेरवा काला मुंडेट कालूखेड़ा बघेव के ग्रामीणों ने पंचायत कर उठाया था 5 गांव को शामली ब्लॉक में शामिल कराने का बीड़ा जिसके लिए गठित की गई थी ब्लॉक परिसीमन संघर्ष समिति
✍ कैराना ब्लॉक के 5 गांव एक गांव मलेंडी ऊन ब्लॉक से माला डी को तत्कालीन योजना आयोग के सदस्य डॉ सुधीर पवार ने कराया था शामली ब्लॉक में शामिल की घोषणा
✍जल्दी छह के छह गांव की एक बड़ी पंचायत बुलाकर लिया जाएगा ठोस ने ने जिसमें बीजेपी के नेता जो उक्त परिसीमन में बड़ा बना रोड़ा के विरुद्ध भी पास किया जा सकता है निंदा प्रस्ताव प्रस्ताव
✍टिटौली के मेन हाईवे पर समस्या के निदान तक किया जा सकता है अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन एवं रोड जाम आखरी निर्णय बैठक में
✍ कोर्ट का दरवाजा खटखटाने पर भी किया जाएगा विचार
------------------------------+-------- जैसा कि आपको ज्ञात है कि 2011 में ग्राम टीटोली में कसेरवा खुर्द कसेरवा कलां मुंडेट कन्नू
खेड़ा के ग्रामीणों द्वारा एक पंचायत कर कैराना ब्लॉक के पांचों गांवों को शामली ब्लॉक में शामिल करने का प्रस्ताव पास रहता और की गई थी ब्लॉक परिसीमन संघर्ष समिति का गठन इसके बाद ग्रामीणों
द्वारा सभी लिखा पढ़ी शुरू कर दी गई ग्राम पंचायतों द्वारा प्रस्ताव दिए गए प्रस्ताव को एसडीएम के माध्यम से लखनऊ स्तर तक भिजवा गया लेकिन कोई कार्यवाही नहीं हुई समस्याओं को को
गंभीरता से लेते हुए तत्कालीन योजना आयोग के सदस्य डॉ सुधीर पवार द्वारा उठा गया और साथ ही साथ एक अन्य गांव जोकी ऊन ब्लॉक कै मालेंडी को भी शामली ब्लॉक में शामिल कराने का प्रयास
किया गया जिसमें वे सफल भी हुए लेकिन 2017 का विधानसभा चुनाव समाजवादी पार्टी हार गई और उक्त प्रकरण जा पहुंचा वर्तमान सरकार के पास उप सरकार में एक बीजेपी के क्षेत्रीय कद्दावर नेता
जिनका आज के समय में सरकार ने बड़ा दखल है उन्हें बात फील हुई और मामला लखनऊ से कैबिनेट में पास होने के बावजूद भी जिले स्तर पर अटक गया उसके बाद सभी गांव के प्रधानों ने विचार
किया कि वह कद्दावर नेता के हस्तक्षेप के बिना उस गांव को शामली ब्लॉक में शामिल नहीं किया जा सकता सभी ग्राम प्रधानों ने एकमत होकर एक कद्दावर नेता में अपनी निष्ठा व्यक्त की और उनसे शामली
ब्लॉक में गांव को शामिल कराने की मांग की उक्त नेता द्वारा कुछ समय बाद घोषणा की गई कि गांव सामने ब्लॉक में शामिल हो गए हैं उसके बाद प्रधानों ने गांव में जबरदस्त स्वागत एवं कार्यक्रम किया
गया लेकिन ना जाने नेता को क्या फील हुआ कि मामला फिर अटक गया अब एक बार फिर वर्तमान जिला अधिकारी द्वारा घोषणा की गई कि उक्त गांवों को शामली ब्लॉक में शामिल किया गया लेकिन फिर
मामला अटक गया जानकार सूत्रों की माने तो कद्दावर नेता को शक हो गया कि शामली के एक बड़े बीजेपी नेता के हस्तक्षेप के चलते यह कार्य हुआ फिर भी जो चल रहा था चली रहा था लेकिन ऐसे में सुधीर
पवार द्वारा इन सभी गांव में होल्डिंग लगाए जाना जिसमें उनके द्वारा सभी गांव एक गांव को शामली ब्लॉक में शामिल किए जाने पर क्षेत्रवासियों को हार्दिक बधाई दी गई थी ने आग में घी का काम करते
हुए नेता के एम को एक बार फिर चोट पहुंचाई और मामला फिर अटक गया अभी सेट कर मामले को लेकर एक बार फिर ब्लॉक परिसीमन संघर्ष समिति सक्रिय होने लगी है और जल्दी इन सभी गांव
में जन जागरण कार्यक्रम का आयोजन कर एक बड़ा कार्यक्रम की टिटौली में करने की योजना बनाई आपको बताना चाहता कि सरकार द्वारा शिकायत के निवारण हेतु संचालित जन सुनवाई पोर्टल पर
आज भी ग्राम टिटौली ब्लॉक शामली में अंकित है वर्तमान में चल रही देश में करोना कि बीमारी की स्थिति में जैसे सुधार होगा वैसे ही जन जागरण अभियान का आगाज कर दिया जाएगा और ग्राम के
टोली में एक बड़ी महापंचायत का आयोजन कर जहां भाजपा नेताओं के विरुद्ध निंदा प्रस्ताव पास किया जाएगा वहीं अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन एवं रोड जाम पर भी चर्चा करते
सहमति बनाकर कार्यक्रम को आगे बढ़ाने का काम किया जाएगा वहीं कोर्ट का दरवाजा भी खटखटाने पर सहमति बनाने का प्रयास किया जाएगा जिसके लिए इन सभी गांव में संपर्क शुरू कर दिए गए हैं
(मैं उपेंद्र चौधरी आप सभी ग्रामीणों से जो कि इन सभी छह गांवों में शामिल हैं अनुरोध करता हूं कि अपने स्वाभिमान और वजूद की इस लड़ाई में जो कि हमें बार-बार नीचा दिखाने का प्रयास और बीजेपी
नेता द्वारा किया जा रहा है के विरुद्ध एकजुट होकर अपनी लड़ाई को लड़ने के लिए आगे आएं और अपनी ब्लॉकों को 2016 से प्रतिदिन आज करते हैं कि आज शामिल होंगे आज शामिल होंगे इंतजार करते
हैं और हर बार फिर वही कहावत सच हो जाती है कि हाथ आया मुंह तक गया पर खाया नहीं गया को इस बार सच साबित नहीं होने देंगे हम अपना अधिकार लेकर रहेंगे और अपने इन सभी गांवों को
शामली ब्लॉक में शामिल करा करेंगे इस मैसेज को आप सभी से अनुरोध है कि अधिक से अधिक फॉरवर्ड करें ताकि उन गांवों में रहने वाले प्रत्येक किसान मजदूर युवा बच्चों सब तक पहुंचे और इस
लड़ाई को अपने स्वाभिमान की लड़ाई मानकर लड़ने को तैयार रहने का मन बना सकें)
धन्यवाद
आपका अपना
उपेंद्र चौधरी
संयोजक ब्लॉक परिसीमन संघर्ष समिति
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