कोरोना वायरस जब फैलेगा तो सबसे ज्यादा मुसलमानों को पकड़ेगा

क्यूंकि मुसलमान ही सबसे ज्यादा लापरवाह और अशिक्षित है और मुसलमान ही सबसे ज्यादा घनी आबादीयों में रहते हैं

याद रखिए
जिस तरह आग का काम जलाना है वो जिससे टच होगी उसे जलाएगी

इसी तरह वायरस जिसे लगेगा उसे बीमार करेगा क्योंकि वायरस बीमार करने के लिए ही आया है

हम मुसलमानों का अकीदा है कि जो कुछ होता है अल्लाह के हुक्म से होता है तो ये वायरस भी खुदा के हुक्म ही से आया है

इसलिए खुदा के वास्ते ये भ्रम फैलाना बंद कीजिए कि Corona मुसलमानों का कुछ नहीं बिगाड़ सकता है।

हुकूमत की सलाह पर अमल कीजिए अलर्ट रहिए सुरक्षित रहिए

तकदीर और तदबीर
दो अलग अलग कॉन्सेप्ट हैं।
इसको समझने की कोशिश कीजिए किसी के बहकावे में ना आइए।

मौत बरहक़ है, आनी है लेकिन जब तक ज़िंदगी है अपने जिस्म की खुद हिफ़ाज़त करना हमारी ज़िम्मेदारी है। एक हदीस मे हज़रत मुहम्मद ﷺ फ़रमाते है कि मुस्तक़बिल में ऐसी ऐसी बीमारियां होंगी जिनका नाम नही सुना होगा। आप ﷺ ने फ़रमाया महामारी में दूरी बनाओ।

आप इसे ये बोलकर नज़रंदाज़ नही कर सकते कि अल्लाह पर भरोसा है कुछ नही होगा। इस पर भी आप ﷺ ने फ़रमाया:

"एक आदमी अपने ऊँटों को खुला छोड़ कर जा रहा है। उन्होंने पूछा कि 'अपने ऊँटों को क्यूँ नही बांधते"



उस आदमी ने जवाब दिया मुझे 'अल्लाह पे भरोसा है'। मोहम्मद ﷺ ने कहा पहले अपने ऊँटों को बांधो, फिर अल्लाह पे भरोसा करो।"

अंधभक्त मत बनिए, ख़ुदा ने आपको ये जिस्म दिया है इसकी साफ सफाई और हिफ़ाज़त करना हमारी ज़िम्मेदारी है। जो भी बचाव के सही तरीक़े है उसे अपनाइए।

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