सुविधा शुल्क के दम पर अवैध रूप से चल रहे मैडिकल स्टोर बने नशे के कारोबार का अड्डा

नसम्बन्धित विभाग के चंद विभीषण छापे से पहले ही कर देते है मैडिकल स्टोर वालो को सचेत!!*

नशे के खिलाफ एसएसपी के अभियान से सकते एवं सदमे में हैं नशा कारोबारी

*शादाब शेख संतराश*

सहरानपुर। जनपद में अवैध रूप से बड़ी संख्या में मेडिकल स्टोर संचालित किए जा रहें हैं सूत्रों की माने तो सम्भन्धित विभाग सुविधा सुल्क लेकर पूरी तरह आँखे बंद किये हुए हैं अगर देखा जाये तो यह एक प्रकार से स्वस्थ के साथ खिलवाड़ तो है ही वही बड़े स्तर पर जांच हो जाएं तो एक बड़ा खेल सामने आ सकता हैं।सूत्रों की मिली जानकारी के अनुशार जनपद सहरानपुर के शहरी एवं देहात क्षेत्रो में बड़ी तादात में ऐसे मेडिकल स्टोर हैं जिनका संचालन संबंधित विभाग से साठ- गाठ करके किया जा रहा हैं। तो वही दूसरी ओर ऐसे अवैध मेडिकल स्टोर भी हैं। जो ऐसे कथित मेडिकल स्टोरों पर प्रतिबंधित नशे की दवाइया भी बेच रहे हैं। ऐसे मेडिकल स्टोर जबरदस्त तरीके से अपनी मन मानी कर रहें हैं तो सूत्रों की माने तो ड्रग विभाग इस खेल में कही ना कही पूरी तरह लिप्त हैं। और काफी लंबे समय से ऐसे अवैध मेडिकल स्टोर वालो के खिलाफ कोई अभियान भी नही चलाया गया है। यह अलग बात है। कि कागजी कार्यवाही कागजों तक ही सीमित होकर रह जाती है। चोकाने वाली बात यह भी हैं कि जब ऐसे मेडिकल स्टोरों की शिकायत संबंधित विभाग से की जाती हैं तो वही विभीषण बनकर आने की सूचना पहले ही दे देते हैं फिर आने पर वहां पर खाना पूर्ति करके वापस आ जाते हैं। और कुछ समय बाद ऐसे मेडिकल स्टोर फिर से अपने गोरख धंधे पर आ जाते हैं इसमे यह भी गौरतलब हैं कि बहुत बड़ी संख्या में ऐसे मेडिकल स्टोर भी हैं। जिनका काफ़ी लंबे समय से रिनिवल नही हुआ है लेकिन संबंधित विभाग की मेहरबानी से फिर भी धड़ल्ले से चल रहे हैं आखिर इतने महवपूर्ण बिंदुओं पर कोई संज्ञान आखिर क्यों नही लिया जा रहा हैं। कहीं ना कही बहूत बड़ा खेल खेला जा रहा हैं क्योंकि ऐसे मेडिकल स्टोर बहुत बड़ी संख्या में हैं। जिन पर संबंधित विभाग की कोई कार्यवाही तो दूर रस्म अदायगी के नाम पर भी कुछ नही हुआ है। इस सब मे विचारणीय पहलू यह भी हैं कि नशे का कारोबार यही से पनप रहा हैं युवा वर्ग दिशाहीन एवं भृमित होकर नशे की ओर अग्रसर हो चला हैं नशे की ऐसी सभी प्रतिबंध दवाइयां एवं इंजेक्शन आदि बड़ी आसानी से इनको उपलब्ध हो जाते है। ऐसे मेडिकल स्टोर नशे के कारोबारी बनकर रह गए हैं पुलिस प्रशासन के उच्चाधिकारियों को इस संदर्भ में तत्काल एक्शन लेना चाहिए विधित हो कि मुजफ्फरनगर के पुलिस कप्तान अभिषेक यादव नशे के खिलाफ जोरदार अभियान चलाए हुए हैं। उनकी इस सार्थक पहल पर एक निकटवर्ती गाँव मे चैकी इंचार्ज ने जब अभियान चलाया तो कई मेडिकल स्टोर वालो पर खोफ़ पैदा हो गया तथा हड़कम्प मच गया अब बेहतर हो कि गाँव कस्बे ओर महोल्लो वार सही ओर गलत मेडिकल स्टोरों का सत्यापन अवश्य कराया जाएं ताकि नशे में डुबते युवा वर्ग को बचाया जा सके तथा भ्ष्र्टाचार की भी पोल खुल सके।

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