मंसूरी समाज की सामाजिक संस्था ने किया हाजियों का सम्मान



 लखनऊ 29 सितंबर 2019 ऑल इंडिया जमीअतुल मंसूर द्वारा राय
उमानाथ बली प्रेक्षागृह कैसरबाग लखनऊ में इस साल हज करके लौटे मंसूरी समाज के लगभग 101 हाजियों का इस्तकबाल करते हुए उन्हें सम्मानित किया, जिसमें लगभग 40 महिला हाजी भी शामिल रहीं, इस कार्यक्रम की सदारत संस्था के राष्ट्रीय अध्यक्ष हाजी गुल मो. मंसूरी पूर्व विधायक, पूर्व उपाध्यक्ष हज कमेटी ऑफ इंडिया ने की, कार्यक्रम के मुख्य अतिथि कानपुर के विधायक हाजी इरफान सोलंकी रहे, उन्होंने हाजियों को माला पहनाकर एवं साल भेंट करके हाजियों का इस्तकबाल किया, इस मौके पर आई एस अनीस अंसारी, ईदगाह के ईमाम मौलाना खालिद रशीद फिरंगी महली, पूर्व विधायक डॉ. हाफिज इरशाद, संस्था के चीफ जनरल सेक्रेटरी मो. रियाज मंसूरी, साबिर अली, हाजी सलाउद्दीन मंसूरी, हाजी मो. हनीफ (रायल रिजर्व), इशरत मंसूरी महाराष्ट्र, बबलू भाई मंसूरी, राष्ट्रपति द्वारा सम्मानित अदील मंसूरी, अफजल अहमद एवं हकीमुल्ला (नेपाल) भी मौजूद रहे..

मुसलमानों में बच्चों को उच्च शिक्षा दिलाने की जरूरत*
 हाफिज इरशाद अहमद ने जलसे को खिताब करते हुए कहा कि किसी का इस्तकबाल करना दीनी लिहाज से सही है आगे तालीम पर जोर देते हुए कहा कि अब मुसलमानों में बच्चों को उच्च शिक्षा दिलाने की जरूरत है जिससे वो ऊंचे ओहदों पर पहुंच सकें, डॉ.रियाज मंसूरी ने कौम में बेदारी लाने और इत्तेहाद पैदा करने पर जोर दिया, आदिल मंसूरी ने तीन तलाक पर अपना बयान देते हुए इस्लामी तरीकों को अपनाने पर जोर दिया आगे उन्होंने फरमाया कि बिरादरी अब पढ़ाई लिखाई में आगे बढ़ रही है पर ऊपर पहुंचने वाले गिनती भर है उन्होंने बच्चों और बच्चियों की एजुकेशन बढ़ाए जाने की पुरजोर वकालत की, प्रोग्राम के आयोजक व संस्था के प्रदेश उपाध्यक्ष हाजी सलीम अहमद मंसूरी ने बताया कि गुलिस्ता कई सालों से ये प्रोग्राम किया जा रहा है जिसकी बिरादरी के लोग सराहना कर रहे हैं उन्होंने अपने और अपने बच्चों के नाम के आगे "मंसूरी" लब्ज का इस्तेमाल करने पर जोर दिया..

शादी विवाह में फुजूल खर्ची रोकने पर जोर
हाजी सलाउद्दीन मंसूरी ने अपने बयान में शादी विवाह में फिजूलखर्ची को रोकने और इज्तेमाई निकाह करने पर जोर दिया, आई एस अनीस अंसारी ने फरमाया कि संविधान की धारा 341 पर भारत सरकार ने गैर कानूनी तरीके से मजहबी शर्त लगाकर मुसलमानों ईसाइयों, दलितों को आरक्षण की सुविधा से वंचित किया है उन्होंने सभी मुसलमानों/तांजीमो को इस नाइंसाफी के खिलाफ एकजुट होकर आवाज उठाने पर जोर दिया, सिविल सर्विसेज में पिछड़े वर्गों के उम्मीदवारों की कमी का हवाला देते हुए मुसलमान पसमांदा तबके के पढ़े-लिखे नौजवानों को बड़ी तादाद में इन सेवाओं में आने की भरपूर जद्दोजहद करने की अपील की,
लखनऊ ऐशबाग ईदगाह के शाही इमाम सदर चांद कमेटी मौलाना खालिद रशीद फिरंगी महली मुल्क के हालात का चर्चा करते हुए मुल्क की अमन चैन शांति मुसलमानों की जान व माल की हिफाजत के लिए अल्लाह से दुआ की, आखिर में जलसे को खिताब करते हुए हाजी इरफान सोलंकी ने कहा कि मुझे हाजियों का इस्तकबाल करने को जो मौका मिला इससे बड़ा दिली सुकून हासिल हुआ और संस्था के मेंबरान से सिफारिश करता हूं कि आइंदा होने वाले इस तरह के जलसों में मुझे जरूर दावत दे, हाजी गुल मो. मंसूरी ने जलसे में आए सभी मेहमानों का इस्तकबाल करते हुए शुक्रिया अदा किया..

  1. प्रोग्राम में शामिल रहें

 प्रोग्राम में हाजी मो.शफीक, इम्तियाज रसूल, हाजी अब्दुल हफीज, पत्रकार आफाक अहमद मंसूरी, नासिर अहमद मंसूरी, इकरामुल हसन, अब्दुल हलीम उर्फ अच्छे भाई अनवर आलम, मो.आबिद, हाजी मकबूल अहमद, शब्बीर मंसूरी, शहाबुद्दीन मंसूरी, मजहर खान, शाहिद खान, हाजी शकूर अहमद, अब्दुल सलीम, जेडए उस्मानी, आजाद हुसैन, हाजी मुश्ताक भी मौजूद रहे ।

*रिपोर्ट @ आफाक अहमद मंसूरी*

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