करनाल हाईवे पर स्थित गांव लक्ष्मणपुरा के गोगामाड़ी परिसर में आज नवमी तिथि पर शनिवार को गोरक्षनाथ पन्त द्वारा दीक्षा कार्यक्रम का आयोजन किया गया । दीक्षा कार्यक्रम में प्रवचन करते हुए गोरक्षनाथ पीठ के संत मेघनाथ ने उपरोक्त विचार व्यक्त किए। संत ने कहा प्रेम शाश्वत है। नाथ संप्रदाय सेवा भाव से परिपूर्ण है। परमात्मा निर्विकार , निर्गुण एवं सर्वव्यापी है। उसका कोई वर्णन नहीं कर सकता । परमात्मा सतो , रजो एवं तमो गुनातीत है । कोई विद्वान परमात्मा की संपूर्ण व्याख्या नहीं कर सकता। भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि पर आज शनिवार को गोगामाढ़ी मंदिर परिसर में 65 वर्षीय बलवान सिंह ने गोरखनाथ पंथ अपनाकर संत मेघनाथ को अपना गुरु धारण किया। इस अवसर पर संत समाज की उपस्थिति में बलवान सिंह का मुंडन संस्कार करा कर उसे दीक्षा दी गई। गुरुवर मेघनाथ ने बलवान को दीक्षा देते हुए आज से संत बलवान नाथ का नाम दिया । इस अवसर पर उक्त गोगामाढ़ी परिसर में स्थित आश्रम के संचालक व गोरखनाथ पंत से संत राकेश नाथ ने कहां कि वेद हमें जीवन जीने की कला सिखाते हैं । एवं ज्ञानी पुरुष कभी भी अपने मात-पिता एवं गुरुवर का अपमान नहीं करते । चाहे वह उन्हें बिना गलती के भी क्यों न डांट दे , अथवा पिटाई कर दंड दे दे ।
गौरतलब हो कि क्षेत्रीय गांव बीबीपुर निवासी चौधरी बलवान सिंह जाट गृहस्थ आश्रम के चलते वर्षों से गौ सेवा में तत्पर है । जिसके चलते उसने अपनी जमीन को गौ सेवार्थ दान करते हुए गांव बीबीपुर में सांवरिया देसी गौशाला की स्थापना बीते 3 साल से की हुई है । जिसका ट्रस्ट बनवा कर रजिस्टर्ड कमेटी बनाई गई हैं। इसका विधिवत संचालन लगभग 3 साल से क्षेत्रीय लोगों के सहयोग से हो रहा है । जिसमें बलवान सिंह गौशाला के संचालक के रूप में सेवारत हैं । और कस्बा झिंझाना निवासी गोपालदास वर्मा उक्त गौशाला समिति के अध्यक्ष नियुक्त हैं । बलवान सिंह ने ग्रहस्थ आश्रम में रह कर गौशाला का निर्माण कर गौ सेवा के लिए अपना जीवन समर्पित किया है । इसी भाव के साथ बलवान सिंह जाट ने आज ग्रहस्थ आश्रम का त्याग कर संत चोला धारण कर आगामी जीवन गोरक्षनाथ पीठ की छत्रछाया में रहकर बतौर सन्यासी जीवन बिताने का निर्णय लिया है । हालांकि सन्यासी चोला पहनकर उन्होंने सांवरिया गौशाला के विस्तार एवं विकास के लिए हमेशा तत्पर रहने की बात कही है। इस अवसर पर यहां सामूहिक भंडारे का भी आयोजन किया गया । पंडित ने विधि विधान के साथ आज यज्ञ हवन कर पूजन कराया ।ग्रामीणों का सहयोग सराहनीय रहा।
प्रेम चन्द वर्मा
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