इस देश मै बार बार गांधी जी की तुलना 16 कलाओं के ज्ञाता सुदर्शन चक्र धारी श्री कृष्ण भगवान से करना अति निंदनीय

साथियों इस सियासत के   जौहरियों ने भगवान रूपी अवतारों की तुलना  देश के  नामचीन नेता गांधी जी की तुलना भगवान श्रीकृष्ण से होने लगी  ये कहकर ,एक चरखा धारी ,एक चक्रधारी , ऐसी गांधी जी के अंदर कौनसी कलाएं  दिखती है  जो ,  चरखे की तुलना  भगवान श्रीकृष्ण जी के चक्र से करदी   जाती है गांधी जी एक इस देश के नेता थे और भगाव श्री कृष्ण  वो सारे जहां के मालिक  जो सारे जहां का मालिक हो उस से किसी आम इंसान की तुलना  की कल्पना हमें  कभी खुआबों में भी  नहीं करनी  चाहिए     मेरे देश के माननीयों भगवान रूपी अवतारों  को अवतार रहने दो ,   न करो आम इंसान से तुलना , इंसान बार बार जूनी मै आता है  ,और जीवन , मृत्यु का सफर करता है , अवतार सर्व व्यापी , रोम, रोम में समाया है  उसे मृत्यु आ नहीं सकती, अगा जला नहीं सकती , पानी डुबो नहीं सकता , अगर ये सब कला गांधी जी में होती तो हम अवतार भगवान रूपी श्री कृष्ण जी महाराज  जी के समक्ष देख सकते है  ,व्यक्ति गत विचार है   ,।
लेख  बी एस बेदी

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