1 Lakh Rupees Condom News1 लाख कंडोम पर खर्च! चेन्नई के शख्स की देशभर में चर्चा—आख़िर माजरा क्या है?

साल 2025 खत्म होने की ओर है और इसी के साथ सोशल मीडिया पर एक अनोखी खबर ने ज़ोर पकड़ लिया है। चर्चा उस शख्स की है जिसने पूरे साल में कंडोम पर 1 लाख रुपये खर्च कर दिए। यह कोई अफ़वाह नहीं, बल्कि ऑर्डर रिपोर्ट 2025 में दर्ज एक रोचक तथ्य है—और यही वजह है कि यह खबर देशभर में वायरल हो रही है।


2025 में कंडोम पर 1 लाख रुपये—क्या कहती है रिपोर्ट?

स्विगी इंस्टामार्ट की सालाना रिपोर्ट के मुताबिक, चेन्नई के एक यूज़र ने वर्ष 2025 में कुल 228 ऑर्डर कंडोम के किए। यानी औसतन हर 1.5 दिन में एक ऑर्डर। यह आंकड़ा अपने आप में चौंकाने वाला है और इसी कारण लोगों के बीच जिज्ञासा का विषय बन गया है।

रिपोर्ट बताती है कि प्लेटफॉर्म पर हर 127 ऑर्डर में से एक ऑर्डर कंडोम का होता है—जो यह दिखाता है कि शहरी भारत में सेफ्टी और जागरूकता से जुड़ी खरीदारी तेज़ी से बढ़ रही है। खास बात यह भी है कि सितंबर महीने में कंडोम की खरीद में 24% की बढ़ोतरी दर्ज की गई।


पिछले साल का रिकॉर्ड, इस साल की कहानी

यह पहली बार नहीं है जब कंडोम खरीद को लेकर कोई रिकॉर्ड चर्चा में आया हो। पिछले साल बेंगलुरु के एक यूज़र ने सबसे अधिक कंडोम खरीदने का रिकॉर्ड बनाया था। इस बार चेन्नई ने बाज़ी मार ली—और यह दिखाता है कि महानगरों में कंज़्यूमर बिहेवियर किस तरह बदल रहा है।


क्विक-कॉमर्स का असर: मिनटों में डिलीवरी, बढ़ती मांग

भारत में क्विक-कॉमर्स (जैसे Blinkit और Swiggy Instamart) ने शहरी इलाकों में खरीदारी की आदतों को पूरी तरह बदल दिया है। रिपोर्ट के अनुसार, क्विक-कॉमर्स ने कंडोम की बिक्री को 30% तक बढ़ाने में अहम भूमिका निभाई है—क्योंकि अब गोपनीयता, सुविधा और त्वरित डिलीवरी तीनों साथ मिलते हैं।

आंकड़ों पर नज़र डालें तो भारत में कंडोम का बाज़ार अब लगभग ₹2,400–₹2,700 करोड़ (USD 293–322 मिलियन) तक पहुंच चुका है। इसकी वार्षिक विकास दर (CAGR) 8% से 11% के बीच बताई जा रही है—जो सेफ सेक्स और हेल्थ अवेयरनेस की बढ़ती समझ को दर्शाता है।


केरल टॉप पर—क्यों?

रिपोर्ट में एक और दिलचस्प तथ्य सामने आया है—केरल भारत में कंडोम की सबसे अधिक बिक्री वाला राज्य है। विशेषज्ञों के मुताबिक, उच्च साक्षरता दर और हेल्थ एजुकेशन के कारण लोग वहां कंडोम के इस्तेमाल को लेकर ज्यादा जागरूक हैं और खुलकर अपनाते हैं।


सोशल मीडिया पर बहस: मज़ाक या मैसेज?

जहां एक ओर सोशल मीडिया पर इस खबर को लेकर मीम्स और मज़ाक उड़ रहे हैं, वहीं दूसरी ओर इसे जागरूकता की जीत भी माना जा रहा है। विशेषज्ञ कहते हैं कि आंकड़ों के पीछे छिपा संदेश साफ़ है—लोग अब सेफ्टी और हेल्थ को प्राथमिकता दे रहे हैं, और यही असली बदलाव है।


निष्कर्ष

1 लाख रुपये के कंडोम—यह खबर भले ही चौंकाती हो, लेकिन इसके पीछे की कहानी बदलते शहरी भारत, क्विक-कॉमर्स की ताकत, और सेफ सेक्स को लेकर बढ़ती जागरूकता की है। 2025 की यह रिपोर्ट बताती है कि खरीदारी के ट्रेंड अब सिर्फ ज़रूरत नहीं, बल्कि सोच और समझ को भी दर्शाते हैं।


“समझो भारत” राष्ट्रीय समाचार पत्रिका के लिए
ज़मीर आलम की खास रिपोर्ट

#samjhobharat
📞 8010884848
🌐 www.samjhobharat.com
✉️ samjhobharat@gmail.com

No comments:

Post a Comment