स्कूल में छात्र की बेरहमी से पिटाई — मास्टर रणबीर सिंह फरार, 14 वर्षीय छात्र की हालत नाजुक; अभिभावकों में रोष

विशेष रिपोर्ट: इमरान अब्बास, कैराना (शामली, उत्तर प्रदेश) — समझो भारत राष्ट्रीय समाचार पत्रिका

ग्राम भूरा स्थित जूनियर हाई स्कूल से दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जिसने क्षेत्र में सनसनी फैला दी है। कक्षा 7 में पढ़ने वाले 14 वर्षीय छात्र कार्तिक के साथ जिस तरह की दरिंदगी की गई, उसने न सिर्फ स्कूल प्रशासन पर सवाल खड़े किए हैं, बल्कि अभिभावकों में भारी गुस्सा पैदा कर दिया है।

कैसे हुआ वारदात का खुलासा?

घटना उस समय सामने आई जब स्कूल के अन्य बच्चों ने कार्तिक की गंभीर हालत देख उसके घरवालों तक यह खबर पहुंचाई। जानकारी मिलते ही परिजन स्कूल पहुंचे, लेकिन तब तक आरोपी शिक्षक रणबीर सिंह स्कूल से फरार हो चुका था।

परिजनों का आरोप है कि मामूली बात पर मास्टर रणबीर सिंह ने बच्चे को बेरहमी से पीटा। बताया जा रहा है कि शिक्षक ने लात-घूंसे, जूते और यहां तक कि बच्चे के प्राइवेट पार्ट पर भी वार कर दिया, जिससे कार्तिक मौके पर ही गिर पड़ा और बेहोशी जैसी हालत में पहुंच गया।

बच्चे की हालत गंभीर

परिजनों ने तुरंत छात्र को घर लाकर प्राथमिक उपचार दिया। बच्चे के शरीर पर कई जगह चोटों के गहरे निशान स्पष्ट दिखाई दे रहे हैं। फिलहाल उसकी हालत नाजुक बनी हुई है और परिजन उसे बेहतर इलाज के लिए तैयारियाँ कर रहे हैं।

अभिभावकों में उबाल — न्याय की मांग तेज

घटना सामने आने के बाद पूरे क्षेत्र में आक्रोश फैल गया है। लोग स्कूल में बच्चों की सुरक्षा को लेकर सवाल उठा रहे हैं। पीड़ित छात्र के पिता रोहताश ने थाना कैराना में तहरीर देकर आरोपी शिक्षक पर सख्त धाराओं में कार्रवाई की मांग की है।

अभिभावकों का कहना है कि यदि ऐसे शिक्षकों पर कड़ी कार्रवाई नहीं हुई तो बच्चों का भविष्य जोखिम में रहेगा।

पुलिस सक्रिय — आरोपी की तलाश जारी

पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और फरार शिक्षक रणबीर सिंह की तलाश जारी है। स्कूल प्रशासन से भी पूछताछ की जा रही है ताकि घटना की वास्तविकता सामने लाई जा सके।

बच्चों की सुरक्षा पर बड़ा सवाल

यह घटना एक बार फिर साबित करती है कि स्कूलों में बच्चों की सुरक्षा को लेकर गंभीर चूक हो रही है। जिन शिक्षकों पर बच्चों को मार्गदर्शन देने की जिम्मेदारी है, उन्हीं के हाथों अगर बच्चे असुरक्षित हो जाएं, तो समाज कहां जाएगा?

निष्कर्ष

यह मामला सिर्फ एक छात्र का नहीं, बल्कि पूरे शिक्षा तंत्र की विफलता का आईना है। जरूरत है कि दोषियों पर कड़ी कार्रवाई हो और स्कूलों में बच्चों की सुरक्षा के लिए ठोस कदम उठाए जाएं।


📌 विशेष रिपोर्ट: इमरान अब्बास
📍 कैराना, शामली (उत्तर प्रदेश)
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