मुजफ्फरनगर। पंजाब में आई भीषण बाढ़ से तबाही के हालात ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। इसी बीच मुजफ्फरनगर की जिला जमीयत उलमा-ए-हिंद ने इंसानियत की मिसाल पेश करते हुए बाढ़ पीड़ित परिवारों की मदद का बीड़ा उठाया है। संगठन ने प्रेस वार्ता कर ऐलान किया कि जिले से बड़े पैमाने पर राहत सामग्री पंजाब भेजी जाएगी, जिसमें भोजन, कपड़े, दवाइयाँ और अन्य आवश्यक सामान शामिल होगा।
जमीयत के जिला अध्यक्ष मौलाना मुकर्रम अली क़ासमी ने कहा कि पंजाब में हजारों घर पानी में डूब चुके हैं, बड़ी संख्या में लोग बेघर हो गए हैं और पशुधन की भी भारी क्षति हुई है। उन्होंने कहा कि इस त्रासदी की घड़ी में मुजफ्फरनगर की जमीयत अपने स्तर पर हर संभव सहायता भेज रही है। राहत सामग्री के पहले चरण में लगभग एक लाख रुपये की खाद्य सामग्री, कपड़े और दवाइयाँ तैयार की जा रही हैं।
मौलाना क़ासमी ने अपील की कि जिले का हर जिम्मेदार नागरिक आगे आए और पीड़ितों के लिए दिल खोलकर मदद करे। उन्होंने कहा – “आज पंजाब के बाढ़ पीड़ित हमारे अपने भाई-बहन हैं, उनकी आँखों के आँसू पोंछना ही इंसानियत का तकाज़ा है। हमें उनके दर्द को अपना दर्द समझकर मदद करनी होगी।”
जमीयत की ओर से गठित राहत कमेटी ने आटा, चावल, दाल, तेल, पीने का पानी, बच्चों के लिए दूध पाउडर, आवश्यक दवाइयाँ और कपड़े एकत्रित करना शुरू कर दिया है। इनका पहला काफिला जल्द ही पंजाब रवाना किया जाएगा।
इस मौके पर जिला महासचिव मौलाना अब्दुल खालिक क़ासमी, वरिष्ठ उपाध्यक्ष व मीडिया प्रभारी मौ. आसिफ कुरैशी और मौलाना सुहैल अख्तर रहीमी भी मौजूद रहे। सभी पदाधिकारियों ने केंद्र सरकार और राज्य सरकार से मांग की कि बाढ़ राहत व बचाव कार्य को और तेज़ किया जाए, ताकि प्रभावित परिवारों को तुरंत सहारा मिल सके।
जमीयत ने भरोसा जताया कि मुजफ्फरनगर के लोग हमेशा की तरह इस नेक काम में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेंगे और पंजाब के बाढ़ पीड़ितों तक राहत पहुँचाने में अपना योगदान देंगे।
रिपोर्ट - गुलवेज़ आलम कैराना
No comments:
Post a Comment