शामली। आज दिनांक 26.07.2025 को एक बगड़ यात्रा जो एक धार्मिक यात्रा है जो गोगाजी के मंदिर, गोगामेड़ी, हनुमानगढ़ जिले तक जाती है। यह यात्रा आमतौर पर भाद्रपद महीने में शुरू होती है और धार्मिक मेले का आयोजन किया जाता है। बागड़, राजस्थान का एक महत्वपूर्ण व धार्मिक क्षेत्र है जो कि जाहरवीर गोगा जी के लिए प्रसिद्ध है।
गोगाजी को जाहरवीर गोगाजी के नाम से भी जाना जाता है, और उन्हें राजस्थान में एक लोक देवता के रूप में पूजा जाता है। गोगामेहड़ी, हनुमानगढ़ जिले में स्थित एक प्रसिद्ध तीर्थ स्थान है जहाँ गोगाजी का मंदिर है और यहां पूरे देश से श्रृद्धालु गोगाजी के दर्शन करने के लिए जाते है। गोगा जी के लिए भाद्रपद महीना विशेष रूप से कृष्ण पक्ष की नवमी होती है।
बांगड यात्रा का मुख्य उद्देश्य गोगाजी के मंदिर में दर्शन करना और उनकी पूजा करना है। बांगड यात्रा के दौरान परिवार के लोग पीले वस्त्र धारण करते है तथा पीला भोजन ग्रहण करते है और जमीन पर सोते है। इस यात्रा में भक्त नीले रंग का निशान (झंडा) लेकर जाते है जिसें भगवान जाहरवीर को समर्पित करते है।
उक्त उद्गार शामली पंसारियान अटल विहार स्थित जाहरवीर गोगा माहडी से बांगड यात्रा को सम्पन्न कराये जाने के अवसर पर नगर पालिका परिषद् शामली के चेयरमैन श्री अरविन्द संगल द्वारा व्यक्त किये। चेयरमैन श्री अरविन्द संगल ने तीन दिवसीय बांगड यात्रा को हरि झंडी दिखाकर रवाना किया।
जाहरवीर गोगा माहडी पंसारियान शामली के अध्यक्ष श्री अशोक उपाध्याय के नेतृत्व में यात्रा जा रही है।
उन्होंने बताया कि बांगड यात्रा चार धार्मिक स्थानां ददरेवा, सिदमुख, गोरख टिल्ला व गोगा माहडी समाधि स्थल पर दर्शनों के लिए जाती है और हमारे धर्म में इन चारों प्रमुख धार्मिक स्थानों का अपना अलग-अलग महत्व है। ददरेवा धाम राजस्थान के चुरू जिले की राजगढ तहसील में स्थित है, जो कि जाहरवीर गोगा जी की जन्मस्थली है। सिदमुख धाम जाहरवीर गोगा जी ने इस स्थान पर तपस्या की थी इसलिए यह स्थान गोगाजी के भक्तों के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है और भाद्रपद में मेले आयोजन किया जाता है।
सिदमुख में गोगा जी का एक प्रसिद्ध मंदिर है जिसके लिए भक्त दर्शन व आशीर्वाद के लिए आते है। गोरखटिल्ला धाम यह वह स्थान है जहां पर गुरू गोरखनाथ ने पहला धूना जलाया था जो तब से लेकर आजतक अनवरत चल रहा है। गुरू गोरखनाथ ने इस स्थान पर तपस्या की थी। गोगामेडी धाम यहां गोगाजी की समाधि बनी हुई है इसलिए इसको गोगामेडी के नाम से जाना जाता है। यह स्थान सर्पदंश से मुक्ति दिलाने के लिए भी जाना जाता है।
यहां पर भादवें माह की नौमी को विशाल मेला लगता है जो एक माह तक निरन्तर चलता है। यह तीन दिवसीय बांगड यात्रा लगातार 11 वर्षो से भक्तों को लेकर धार्मिक स्थानों के दर्शन करा रही है और लगातार 11 वर्षो से इस बांगड यात्रा को हमारे नगर पालिका परिषद् शामली के चेयरमैन श्री अरविन्द संगल जी हरिझंडी दिखाकर रवाना कर रहे है। बांगड यात्रा में चेयरमैन साहब द्वारा पूर्ण सहयोग प्रदान किया जाता है।
यह बांगड यात्रा जाहरवीर गोगा माहडी मौहल्ला पंसारियान शामली से चलकर हनुमानगढ जिला राजस्थान में गोरखटिल्ला गुरू गोरखनाथ व जाहरवीर बांगड वाले के दर्शन कराकर शामली प्रस्थान करती है। इस यात्रा के द्वारा शामली व आपपास के क्षेत्र के हजारों भक्तगणों को अबतक बांगड की यात्रा करा चुके है। कार्यक्रम का संचालन वार्ड सभासदपति डॉ0 मनोज उपाध्याय द्वारा किया गया।
इस अवसर श्री लोकेश कौशिक, अध्यक्ष पुरा महादेव कांवड संघ, श्री अशोक उपाध्याय, श्री कृष्णपाल उपाध्याय, श्री काला, श्री धर्मसिंह सैनी, श्री बाबूराम, श्री सुमित कुमार, श्री अंशुल कुमार, श्री रवि कुमार, श्री अभिषेक उपाध्याय, अमित कुमार, अंकित कुमार आदि उपस्थित रहे।
जिला ब्यूरो-चीफ शौकीन सिद्दीकी के साथ कैमरामैन रामकुमार चौहान की रिपोर्ट
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