शामली में मसाज पार्लर की महिला कर्मचारी के साथ मारपीट: होटल संचालकों की दबंगई का खुला चेहरा

रिपोर्ट: ज़मीर आलम | समझो भारत राष्ट्रीय समाचार पत्रिका

📞 8010884848 | ✉️ samjhobharat@gmail.com
#samjhobharat


शामली, उत्तर प्रदेश |
उत्तर प्रदेश के शामली जिले में एक शर्मनाक और चिंताजनक घटना सामने आई है, जिसने न केवल महिला सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए हैं, बल्कि होटल व्यवसाय में छुपे दबंगई के चेहरे को भी उजागर किया है।
एक मसाज पार्लर में कार्यरत महिला कर्मचारी के साथ होटल संचालकों द्वारा मारपीट की गई। इस दौरान महिला के साथ मौजूद उसके कुछ साथियों को भी बेरहमी से पीटा गया।

यह घटना केवल एक मारपीट नहीं है, बल्कि समाज में महिलाओं के प्रति बढ़ती असंवेदनशीलता और बेजा दबाव की एक खौफनाक तस्वीर है।


घटनाक्रम का विवरण:

प्राप्त जानकारी के अनुसार, मसाज पार्लर में कार्यरत महिला कर्मचारी अपने कुछ सहयोगियों के साथ शामली के एक प्रतिष्ठित होटल में किसी कार्यवश पहुंची थी। वहां किसी बात को लेकर होटल प्रबंधन से कहासुनी हो गई। विवाद इस कदर बढ़ गया कि होटल के कर्मचारियों और संचालकों ने महिला और उसके साथियों के साथ हाथापाई शुरू कर दी।

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, महिला को बाल पकड़कर घसीटा गया, उसके कपड़े फाड़ने की कोशिश की गई, और गालियां दी गईं। उसके साथ मौजूद पुरुष साथियों को भी पीट-पीटकर घायल कर दिया गया।

होटल संचालकों की दबंगई

स्थानीय लोगों का कहना है कि इस होटल पर पहले भी विवाद और अनैतिक गतिविधियों को लेकर कई बार आरोप लग चुके हैं, लेकिन हर बार मामला दबा दिया गया। इस बार भी होटल के संचालक अपने रसूख और पैसों के बल पर मामले को रफा-दफा करने में जुटे हैं।

सवाल यह है कि क्या कानून के डर से परे हैं ये दबंग होटल संचालक? क्या महिलाओं के साथ ऐसा बर्ताव अब आम होता जा रहा है?


पुलिस की भूमिका पर भी उठे सवाल

मामले की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची, लेकिन शुरुआती कार्रवाई में लापरवाही की बात सामने आ रही है। कुछ प्रत्यक्षदर्शियों ने आरोप लगाया है कि पुलिस ने होटल संचालकों से नरमी बरती और पीड़ित पक्ष को समझौते के लिए दबाव डाला।

समझो भारत टीम जब मौके पर पहुंची, तो वहां मौजूद लोग गुस्से में थे और कह रहे थे कि अगर ऐसे मामलों में सख्त कार्रवाई नहीं होगी तो यह दुस्साहस बढ़ता ही जाएगा।


सवाल जो खड़े होते हैं:

  • क्या महिलाएं अब अपने काम के सिलसिले में भी सुरक्षित नहीं हैं?
  • मसाज पार्लर जैसी सेवाओं में काम करने वाली महिलाओं को समाज में क्यों शक की नजर से देखा जाता है?
  • क्या होटल और व्यवसायिक प्रतिष्ठानों पर कोई निगरानी तंत्र काम कर रहा है?
  • क्या पुलिस की भूमिका पीड़ित को न्याय दिलाने की है या मामले को दबाने की?

“समझो भारत” की मांग

'समझो भारत राष्ट्रीय समाचार पत्रिका' यह मांग करता है कि:

  1. होटल संचालकों के खिलाफ तत्काल सख्त धाराओं में मुकदमा दर्ज किया जाए।
  2. पीड़ित महिला और उसके साथियों को न्याय सुरक्षा दी जाए।
  3. शामली ज़िले के सभी होटलों और मसाज पार्लरों की गहन जांच कराई जाए।
  4. महिला कर्मचारियों को कार्यस्थलों पर संरक्षित माहौल मिले और प्रशासन इसकी निगरानी करे।

निष्कर्ष:

यह घटना केवल एक महिला के साथ हुए दुर्व्यवहार की नहीं, बल्कि पूरे सिस्टम की खामोशी की है।
जब तक हम इस तरह की घटनाओं को “सामान्य झगड़ा” समझते रहेंगे, तब तक महिलाएं ना घर में सुरक्षित होंगी, ना ही अपने कार्यस्थलों पर।

समझो भारत पूछता है —
"क्या अब कामकाजी महिलाएं भी समाज की दरिंदगी का आसान निशाना बन चुकी हैं?"


✍🏻 रिपोर्ट: ज़मीर आलम
📍 शामली मंडल संवाददाता, समझो भारत
📞 8010884848
✉️ samjhobharat@gmail.com
#SamjhoBharat #MahilaSuraksha #ShamliNews #HotelViolence #MasajParlor #JusticeForVictim


अगर आप इस घटना के प्रत्यक्षदर्शी हैं या कोई जानकारी साझा करना चाहते हैं, तो "समझो भारत" से संपर्क करें। आपकी पहचान गोपनीय रखी जाएगी।

No comments:

Post a Comment