बिडौली। बिडौली सादात की इमाम बारगाह में नवासे ए रसूल इमाम हुसैन के फरजंद इमाम जैनुल आबिदीन की शहादत पर मजलिस का आयोजन किया गया। मजलिस को मौलाना सैय्यद हसन सागर नकवी नानोतवी ने खिताब किया। संचालन सैय्यद वसी हैदर तथा सैय्यद फजल अली उर्फ अच्छू मिया ने किया।
रविवार की देर रात मजलिस में मौलाना सैय्यद हसन सागर नकवी नानोतवी ने इमाम जैनुल आबिदीन की सीरत पर चलने का पैगाम दिया। उन्होंने मुसीबतों के दौरान भी नमाज पढ़कर खुदा की इबादत की और नमाज को कायम किया। यही सच्चाई का रास्ता कहलाता है। इसके बाद इमाम जैनुल आबिदीन की शहादत के बारे में शब्बेदारी तथा मातमदारी की। मजलिस में नफीस शाह, सैय्यद गुलाम अली, सैय्यद वसी हैदर, शौकीन शाह ने नौहाखानी की, वहीं अली रजा, हासिम शाह ने अपना कलाम पेश किया। अजीम शाह, मिन्हाल मेहदी, हसन अली ने सोजखानी की। अंत में मौलाना हसन सागर नकवी ने देश में अमन शांति के लिए दुआ कराई। मजलिस में, सलीम शाह, मंसूर शाह, हामिद शाह, सैयद मेहताब मेहदी, जिया मेहदी, आगाज, रियान हैदर, नियाज हैदर, बाकिर शाह आदि सोगवार मौजूद रहे। समझो भारत राष्ट्रीय समाचार पत्रिका से पत्रकार शाकिर अली की रिपोर्ट
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