उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा प्राथमिक विद्यालय बंद करना गरीब बच्चों के प्रति अन्याय है।

 


उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा प्राथमिक विद्यालय बंद करना गरीब बच्चों के प्रति अन्याय है। बेसिक शिक्षा परिषद द्वारा प्राथमिक विद्यालयों के युग्मन एकीकरण की आड़ में बहुत सारे स्कूल बंद करने वाला जो फैसला लिया गया है वह लाखों गरीब बच्चों के उनके घर के पास ही दी जाने वाली सुगम व सस्ती सरकारी शिक्षा व्यवस्था के प्रति न्याय नहीं है ।इसके साथ ही पहली नजर में ही स्पष्ट तौर पर यह अनुचित ,गैर जरूरी एवं गरीब विरोधी प्रतीत होती है। सरकार से हमारी अपील है कि वह अपना युग्मन एकीकरण का यह फैसला गरीब छात्र, छात्राओं के व्यापक हित में तुरंत वापस ले। यदि सरकार यह फैसला वापस नहीं लेती है तो फिर हमारी पार्टी बहुजन समाज पार्टी उनके माता-पिता अभिभावकों को यह विश्वास दिलाती है कि 2027 में होने वाले विधानसभा चुनाव में हमारी पार्टी बहुजन समाज पार्टी की सरकार बनने पर फिर इस फैसले को रद्द करके पुनः यहां प्रदेश में पुरानी व्यवस्था बहाल की जाएगी। वैसे उम्मीद है कि यूपी सरकार गरीबों व आमजन की शिक्षा के व्यापक हित के मध्य नजर अपने इस फैसले को बदलने के बारे में जरूर सहानुभूति पूर्वक विचार करेगी।


@ SAMJHO BHARAT 

   Nitin Chauhan -7017912134

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