"भगवान पर समर्पण करके देखो, पछतावा नहीं रहेगा" — स्वरूपानंद गिरी महाराज का आध्यात्मिक संदेश

✍️ रिपोर्ट: शाकिर अली

पत्रकार — “समझो भारत” समाचार पत्रिका
📞 #samjhobharat | 8010884848


बिडौली/झिंझाना।
एक आध्यात्मिक संध्या, आत्मा की शांति और गुरु कृपा का संदेश लेकर सोमवार की शाम गीता सत्संग भवन में एक भव्य सत्संग और संकीर्तन समारोह का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का आयोजन धार्मिक भक्त समाज के तत्वावधान में किया गया, जिसमें संत स्वरूपानंद गिरी महाराज ने उपस्थित श्रद्धालुओं को अपने सरल, सारगर्भित और गूढ़ प्रवचनों से अभिभूत कर दिया।


🌼 समर्पण का संदेश – संत की वाणी में शांति

स्वरूपानंद गिरी महाराज ने अपने प्रवचनों में जीवन के मूलभूत सिद्धांतों को सरल शब्दों में समझाते हुए कहा:

"भगवान पर समर्पण करके देखो, पछतावा नहीं रहेगा। जो भक्त सच्चे भाव से भगवान और सद्गुरु पर भरोसा करता है, उसकी चिंता स्वयं ईश्वर करते हैं।"

उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि समर्पण मात्र शब्दों में नहीं, बल्कि कर्म, श्रद्धा और विनम्रता में होना चाहिए।


🙏 सद्गुरु की महिमा – जीवन का प्रकाश

संत ने अपने वक्तव्य में सद्गुरु की महिमा का वर्णन करते हुए कहा कि:

  • सद्गुरु का साथ मिलना जीवन का सबसे बड़ा सौभाग्य होता है।
  • जो उनकी आज्ञा में चलता है, वह अपने अहंकार, भ्रम और कष्टों से मुक्त हो जाता है।
  • जैसे एक गृहस्थ जीवन में पति-पत्नी एक-दूसरे की बात समझें तो घर में सुख बना रहता है, वैसे ही आध्यात्मिक जीवन में सद्गुरु की बात को मानना अनिवार्य है।

"सद्गुरु की कृपा तभी बरसती है, जब हम उनकी बातों को जीवन में उतारते हैं।"


🎉 गुरु पूर्णिमा का पावन पर्व

संत स्वरूपानंद गिरी महाराज हर वर्ष की भांति गुरु पूर्णिमा उत्सव मनाने के लिए इस बार भी महेंद्रगढ़ से पधारे हैं और इन दिनों कस्बे में ही प्रवास कर रहे हैं। यह सत्संग, गुरु-शिष्य परंपरा की जीवंत मिसाल बना।


🧘‍♀️ भक्तों की सहभागिता

सत्संग में धार्मिक भक्त समाज के महिला एवं पुरुष मंडल के सदस्य बड़ी श्रद्धा और सेवा भावना से शामिल हुए। प्रमुख रूप से उपस्थित रहे:

  • विजय गुप्ता
  • डॉ. राकेश शर्मा
  • डॉ. अशोक विश्वास
  • डॉ. मधुसूदन
  • कैलाश चंद
  • नीरज मित्तल
  • प्रेम चंद आदि।

सभी ने एक स्वर में संत का आशीर्वाद प्राप्त कर, उनके बताए मार्ग पर चलने का संकल्प लिया।


🌺 निष्कर्ष – समर्पण से जीवन में शांति

इस सत्संग कार्यक्रम ने यह स्पष्ट कर दिया कि ईश्वर और सद्गुरु पर सच्चा विश्वास, जीवन की तमाम उलझनों का हल है।
समर्पण, सेवा, और सत्य के मार्ग पर चलना ही सच्चा अध्यात्म है।


“समझो भारत” की ओर से हम संत स्वरूपानंद गिरी महाराज और समस्त भक्त समाज को इस आयोजन हेतु बधाई देते हैं और कामना करते हैं कि ऐसे सत्संग समाज को आध्यात्मिक रूप से समृद्ध करते रहें।

रिपोर्ट: शाकिर अली
पत्रकार – समझो भारत समाचार पत्रिका
📞 #samjhobharat | 8010884848


"जो हो समर्पित सत्य और श्रद्धा में, वही पाए सच्चा सुख जीवन में..." 🌿

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