🖊 रिपोर्ट: शौकीन सिद्दीकी (जिला ब्यूरो चीफ)
📸 कैमरे से: रामकुमार चौहान
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बिजली छापों से तंग जनता का फूटा ग़ुस्सा, प्रशासन से न्याय की मांग
बिजली विभाग की मनमानी और अघोषित छापों से त्रस्त होकर ऊन नगर पंचायत के सभासद दीपक चौधरी द्वारा शुरू किया गया अनिश्चितकालीन धरना अब अपने 14वें दिन में प्रवेश कर गया है। धरना स्थल बना ऊन तहसील परिसर, आज भी आम जनता की आवाज़ और नेताओं की एकता का गवाह बना रहा।
धरने का नेतृत्व और समर्थन
धरने का नेतृत्व कर रहे शहीद भगत सिंह युवा समिति के अध्यक्ष दीपक चौधरी ने कहा:“बिजली विभाग द्वारा रात के समय किए जा रहे छापे सिर्फ उत्पीड़न हैं, न कि कानून का पालन। जनता का धैर्य अब टूट रहा है। अगर जल्द समाधान नहीं हुआ तो आंदोलन को और व्यापक किया जाएगा।”
जनप्रतिनिधियों और संगठनों का मिला साथ
आज धरना स्थल पर विभिन्न राजनीतिक, सामाजिक और छात्र संगठनों के प्रतिनिधियों ने पहुंचकर समर्थन दिया:
🔹 शहीद भगत सिंह यूनियन के राष्ट्रीय संयोजक शेखर डांगी
🔹 जाट महासभा शामली के जिला अध्यक्ष अरविंद खोडसमा
🔹 छात्र नेता विशु मलिक (पीनना, मुजफ्फरनगर)
🔹 मनीष पाल खंडे (लिलौन)
🔹 अंबुज मलिक (किसान एकता केंद्र, मछरौली)
🔹 हिंद आर्मी के राष्ट्रीय अध्यक्ष नितिन स्वामी
🔹 हिंदू महासभा के मंडल अध्यक्ष योगी बाबा कमलनाथ
🔹 नगर पंचायत ऊन के सभासद सोनू टिकैत
🔹 गांव टोड्डा के प्रधान सोनू प्रधान, अरविंद ऊन आदि
वक्ताओं ने क्या कहा?
वक्ताओं ने एक स्वर में बिजली विभाग की कार्यशैली की आलोचना करते हुए कहा:
“कभी गन्ने का भुगतान, कभी स्मार्ट मीटर का झमेला, और अब बिजली छापों के नाम पर उत्पीड़न
– किसानों और आम जनता पर लगातार बोझ डाला जा रहा है। यह सिर्फ भ्रष्टाचार और मनमानी है।”
जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा गया
धरने की समाप्ति से पहले शामली जिलाधिकारी के नाम एक ज्ञापन थाना प्रभारी के माध्यम से सौंपा गया। ज्ञापन में प्रमुख मांगें रखी गईं:- रात में बिजली छापों पर तत्काल रोक लगे।
- बिजली विभाग की शोषणकारी नीति की जांच हो।
- किसानों और आम उपभोक्ताओं को समुचित संरक्षण दिया जाए।
- स्मार्ट मीटर और बिलिंग प्रक्रिया में पारदर्शिता लाई जाए।
समझो भारत की टिप्पणी
"समझो भारत" राष्ट्रीय समाचार पत्रिका इस आंदोलन को जनभावनाओं की आवाज़ मानती है। बिजली विभाग जैसे अहम संस्थानों की जिम्मेदारी है कि वे कानून की आड़ में जनता का शोषण न करें। लोकतंत्र में विरोध और असहमति के स्वर सुधार का अवसर होते हैं, दमन का नहीं।
📍 स्थान: ऊन तहसील, शामली
🖊 रिपोर्ट: शौकीन सिद्दीकी
📸 कैमरामैन: रामकुमार चौहान
📞 #samjhobharat | संपर्क: 8010884848
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