"रोजगार दो, नशा नहीं" – यूवाओं के भविष्य की लड़ाई में जुटे कांग्रेस कार्यकर्ता

बिड़ौली, शामली | समझो भारत राष्ट्रीय समाचार

रोजगार की कमी और नशे की लत – ये दो ऐसे गंभीर मुद्दे हैं, जो आज के युवाओं का भविष्य अंधकारमय बना रहे हैं। इस विकराल स्थिति के विरोध में युवा कांग्रेस ने जनपद शामली में "रोजगार दो, नशा नहीं" अभियान की शुरुआत की है। इस जनजागरूकता अभियान का उद्देश्य न केवल युवाओं को नशे से दूर करना है, बल्कि उन्हें रोजगार की दिशा में प्रेरित भी करना है।

सोमवार को जनपद के गांव सींगरा में कांग्रेस युवा प्रदेश महासचिव अशवनी शर्मा (सींगरा) और युवा जिला महासचिव नासिर चौधरी के नेतृत्व में दर्जनों कार्यकर्ताओं ने जोरदार नारेबाजी के साथ नशामुक्ति अभियान को गति दी। युवाओं को संबोधित करते हुए अशवनी शर्मा ने कहा:

"नशे की लत युवाओं का भविष्य बर्बाद कर रही है। भाजपा सरकार ने हर वर्ष दो करोड़ रोजगार देने का वादा किया था, पर जमीनी हकीकत कुछ और ही है। नौजवान नौकरी की तलाश में भटकते हुए निराश हो रहे हैं और नशे की गिरफ्त में फंस रहे हैं। यह अभियान युवाओं को जागरूक करने के लिए है कि वे नशे से दूर रहें और अपने जीवन को उद्देश्यपूर्ण बनाएं।"

कार्यकर्ताओं ने गांव-गांव जाकर लोगों से संपर्क किया और उन्हें नशामुक्त भारत की दिशा में सहयोग देने का अनुरोध किया। उन्होंने स्थानीय प्रशासन से भी उम्मीद जताई कि वह नशा तस्करों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगा और नशामुक्ति अभियान में भागीदारी निभाएगा।

नासिर चौधरी ने बताया:

"हमारा लक्ष्य है कि अधिक से अधिक युवाओं को इस अभियान से जोड़ा जाए। जो युवा पहले ही नशे की चपेट में आ चुके हैं, उन्हें हम पुनर्वास और सुधार की ओर ले जाने की कोशिश करेंगे। यह सिर्फ एक विरोध नहीं, एक बदलाव की शुरुआत है।"

इस अभियान में सक्रिय भूमिका निभाने वाले प्रमुख कार्यकर्ताओं में शामिल रहे:
ज़ुबैर चौधरी, जिला सचिव रिजवान मंसूरी, आजम मंसूरी, ओसामा चौधरी, साजेब चौधरी, मोनू कश्यप, वीर सिंह कश्यप, हासिम चौधरी, शाह आलम, आसिफ, अनस, शोएब, मुस्तकीम, औरंगजेब, समीर, अरमान आदि।

यह अभियान केवल एक राजनीतिक पहल नहीं, बल्कि सामाजिक चेतना का आह्वान है। युवाओं के भविष्य को बचाने के लिए ऐसे प्रयासों की देश भर में आवश्यकता है।

✍️ रिपोर्ट: शाकिर अली
समझो भारत राष्ट्रीय समाचार पत्रिका


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