छपरौली। क्षेत्र में सोशल मीडिया पर वायरल हो रही एक दिल दहला देने वाली वीडियो ने सनसनी फैला दी है, जिसमें कुछ दबंग युवकों द्वारा एक युवक के साथ की गई बर्बर पिटाई साफ तौर पर देखी जा सकती है। खेत पर बनी एक ट्यूबवेल के पास हुई इस घटना को दबंग युवकों ने न सिर्फ अंजाम दिया, बल्कि उसकी रिकॉर्डिंग कर सोशल मीडिया पर वायरल भी कर दी। अब तक इस घटना के पांच से अधिक वीडियो इंटरनेट पर तेजी से वायरल हो चुके हैं, जिनमें पिटाई, गाली-गलौज और युवक को जबरन माफ़ी मांगते दिखाया गया है।
-वायरल वीडियो में दिखा बर्बर चेहरा— हाथ जोड़वाए, पैर पकड़वाए और फिर पीटा
वायरल वीडियो में दो दबंग युवक एक युवक को बेरहमी से पीटते हुए नजर आ रहे हैं। इतना ही नहीं, युवक से पहले हाथ जोड़वाए गए, फिर पैरों में गिरने को मजबूर किया गया और उसके बाद भी उसे छोड़ा नहीं गया। दबंग युवकों की गालियों की बौछार के बीच युवक अपनी जान की भीख मांगता रहा, लेकिन दबंगों का दिल नहीं पसीजा। वीडियो देखकर अंदाज़ा लगाया जा सकता है कि इस पूरे घटनाक्रम के पीछे इंस्टाग्राम पर रील और सोशल मीडिया पर हुई कहासुनी ही विवाद की जड़ बनी।
-सोशल मीडिया बना उत्पीड़न का हथियार, पुलिस चुप?
घटना के वीडियो सामने आने के बाद क्षेत्र में भारी आक्रोश है। स्थानीय लोग इस दबंगई से आहत हैं और आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। सवाल यह भी उठ रहा है कि क्या सोशल मीडिया अब दबंगों के लिए उत्पीड़न का नया औजार बन चुका है? घटना को रिकॉर्ड कर वायरल करना न केवल अपराध है, बल्कि पीड़ित युवक की गरिमा को कुचलने की साजिश भी है।
-वीडियो वायरल होते ही मचा हड़कंप, पुलिस पर भी उठे सवाल
पांच से अधिक वीडियो वायरल होने के बावजूद अभी तक पुलिस की ओर से कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है। यह भी स्पष्ट नहीं है कि पीड़ित युवक ने थाने में कोई तहरीर दी है या नहीं। लेकिन जिस तरह से दबंगों ने खुलेआम घटना को अंजाम दिया और उसे वायरल किया, उससे पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं।
-वायरल वीडियो की ऑडियो म्यूट क्यों?
मारपीट की वायरल वीडियो क्लिप में आवाज़ जानबूझकर म्यूट की गई है, जिससे कई लोग भ्रमित हैं। लेकिन, वीडियो की आवाज इसलिए बंद (म्यूट) की गई है क्योंकि मारपीट के दौरान दबंग युवक अत्यंत गंदी-गंदी गालियां दे रहे थे, जिन्हें सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर सार्वजनिक रूप से साझा करना नियमों का उल्लंघन माना जाता है। गालियों की भाषा इतनी अशोभनीय थी कि वीडियो को बिना आवाज के ही अपलोड करना पड़ा, ताकि सोशल मीडिया की गाइडलाइन का उल्लंघन न हो और वीडियो हटाया न जाए।
यह भी इस बात का प्रमाण है कि मारपीट के साथ-साथ मानसिक उत्पीड़न की भी चरम सीमा पार की गई थी। समझो भारत न्यूज से पत्रकार गुलवेज आलम की रिपोर्ट
No comments:
Post a Comment