इस बार नहीं लगेगा मेला, बारिश ने कैराना महोत्सव पर फेरा पानी

कैराना। हर साल शामली जनपद के कैराना कस्बे में पूरी धूमधाम और उत्साह से सजने वाला कैराना महोत्सव इस बार मौसम की मार से पहले ही ढह गया। मौसम विभाग की भारी बारिश और तेज़ आंधी-तूफान की चेतावनियों को देखते हुए आयोजकों ने जनहित में मेला रद्द करने का फैसला लिया, जिसकी आधिकारिक घोषणा मंगलवार को की गई।

आयोजन समिति ने साफ़ कहा कि मौसम की लगातार बिगड़ती स्थिति और आने वाले दिनों में संभावित भारी बारिश को लेकर किसी प्रकार का जोखिम लेना ठीक नहीं होगा। मेला स्थल पर तैयारियां लगभग पूरी थीं, लेकिन मौसम ने सारे जतन पर पानी फेर दिया। आयोजकों ने कहा, “हम हर साल यह महोत्सव पूरे हर्षोल्लास से करते हैं, लेकिन इस बार जनता की सुरक्षा को प्राथमिकता देनी पड़ी। मेला नहीं लगेगा – यह फैसला दिल से नहीं, हालात से लिया है।”

हर साल हजारों की भीड़ इस महोत्सव में उमड़ती है। पारंपरिक संगीत, लोकनृत्य, हस्तशिल्प बाजार, देसी स्वाद, बच्चों के झूले और सांस्कृतिक मंच इस आयोजन को पूरे पश्चिमी उत्तर प्रदेश में खास बनाते हैं। लेकिन इस बार प्री-मानसून की दस्तक ने रंगत को फीका कर दिया। आयोजन समिति ने यह भी बताया कि जैसे ही हालात सामान्य होंगे, मेले को पुनः आयोजित करने की योजना पर विचार होगा।

स्थानीय प्रशासन और समाज के गणमान्य लोगों ने भी समिति के फैसले की सराहना की है। मौसम की गंभीरता को देखते हुए इसे समय पर लिया गया जिम्मेदार निर्णय माना जा रहा है। सोशल मीडिया और स्थानीय समाचार माध्यमों के जरिए मेले के स्थगन की सूचना क्षेत्र के लोगों तक पहुंचा दी गई है, ताकि किसी प्रकार की असुविधा या भ्रम की स्थिति न रहे।

इस बार मेला नहीं लगेगा, लेकिन उम्मीद की जा रही है कि हालात सुधरने पर कैराना फिर से सांस्कृतिक रौशनी से जगमगाएगा। आयोजकों ने जनता से अपील की है कि वे धैर्य बनाए रखें और मौसम को ध्यान में रखते हुए सतर्क रहें।
समझो भारत न्यूज कैराना, शामली , उत्तर प्रदेश से पत्रकार 
गुलवेज आलम की रिपोर्ट 

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