शामली। नगर पालिका परिषद के सफाई विभाग में कार्यरत सफाई नायक जितेंद्र चंद्र के खिलाफ गंभीर आरोप लगाते हुए सोमवार दोपहर को एक प्रतिनिधिमंडल ने अपर जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपकर मामले की जांच की मांग की।
यह ज्ञापन राष्ट्रीय बाल्मीकि समाज प्रतिनिधि मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष अरविंद झंझोट एवं भारतीय किसान मजदूर संयुक्त यूनियन रजिस्टर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी राजवीर सिंह मुंडेट के नेतृत्व में सौंपा गया। आरोप लगाया गया कि सफाई नायक जितेंद्र चंद्र द्वारा सफाई कर्मियों पर पैसे देने का दबाव बनाया जा रहा है, और न देने पर उनकी गैरहाजिरी लगाकर वेतन में कटौती की जाती है।
ज्ञापन में उल्लेख किया गया कि सफाई कर्मचारी अरुण झंझोट से ₹2000 प्रतिमाह की मांग की गई, और विरोध करने पर उनके साथ गाली-गलौज व अभद्रता की गई। इसके बावजूद अरुण का स्थानांतरण कर दिया गया, जबकि सफाई नायक के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई।
प्रतिनिधिमंडल ने ज्ञापन में मांग की कि जितेंद्र चंद्र को उनके वार्ड से हटाकर जांच कराई जाए तथा दोषी पाए जाने पर कानूनी कार्रवाई हो। इसके साथ ही पूर्व में हटाए गए 12 से 14 आउटसोर्सिंग सफाई कर्मचारियों को भी पुनः नियुक्त करने की मांग की गई।
ज्ञापन में यह भी आरोप लगाए गए कि कुछ सफाई नायक अपने स्वजन की उपस्थिति बिना काम के दर्ज कराते हैं, जबकि अन्य कर्मचारियों की हाजिरी में मनमानी करते हैं। संगठन ने मांग की कि हाजिरी प्रक्रिया को पारदर्शी बनाया जाए और सभी सफाई कर्मियों को न्याय मिले।
ज्ञापन सौंपने वालों में अरविंद झंझोट, चौधरी राजवीर सिंह मुंडेट, धूम सिंह वाल्मीकि, रामस्वरूप वाल्मीकि, एडवोकेट ओमपाल सिंह प्रजापति, एडवोकेट कन्हैया वाल्मीकि आदि प्रमुख रूप से उपस्थित रहे। समझो भारत न्यूज से पत्रकार गुलवेज़ आलम की रिपोर्ट
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