शामली। पाकिस्तान उच्चायोग द्वारा भारत के सात सांसदों को भेजी गई आम की टोकरी ने विपक्षी नेताओं में हड़कंप मचा दिया है। सत्ताधारी दल के नेता विपक्षी सांसदों पर तरह-तरह के सवाल उठा रहे हैं।
पाकिस्तान उच्चायोग द्वारा कैराना की सपा सांसद इकरा हसन समेत सात सांसदों को आम की टोकरी भेजे जाने की खबर इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित हुई। इकरा हसन समेत कुछ सांसदों ने इस खबर को फर्जी बताया है। पाकिस्तान उच्चायोग के सूत्रों ने दुष्प्रचार करने वाले सैटेलाइट न्यूज वेबसाइट समेत व्हाट्सएप ग्रुप पर दावा किया है कि भारत के सांसदों को आम की टोकरी भेजी गई है। इंटरनेट मीडिया पर खबर प्रसारित होने के बाद विपक्षी सांसदों में हड़कंप मच गया। एसपी सासंद इकरा हसन ने अपने प्रतिनिधि मनोज राणा के माध्यम से कोतवाली कैराना में तहरीर देकर दुष्प्रचार करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
- सांसद से युवक ने हाथ जोड़कर मांगी "माफी"
दुष्प्रचार करने वाले कैराना निवासी युवक गुलवेज आलम ने इंटरनेट मीडिया पर एक पोस्ट वायरल कर सांसद इकरा हसन से हाथ जोड़कर माफी मांगी है। युवक ने पोस्ट में लिखा है कि बुधवार को मेरे व्हाट्सएप नंबर से व्हाट्सएप ग्रुपों में कैराना की लोकप्रिय सपा सांसद इकरा हसन जी को पाकिस्तान उच्चायोग से आम की टोकरी भेजे जाने की खबर वायरल की गई। मैंने यह खबर एक्स और कुछ सैटेलाइट चैनलों की वेबसाइट पर देखी और उस खबर को कॉपी करके वायरल कर दिया। मैं सांसद इकरा हसन जी से हाथ जोड़कर माफी मांगता हूं कि मैंने उनसे पाकिस्तान से आम की टोकरी आने की पुष्टि नहीं की और फर्जी खबर वायरल कर दी। जब मुझे पता चला कि यह खबर झूठी है तो मैंने तुरंत इस खबर को व्हाट्सएप ग्रुपों से डिलीट कर दिया। लेकिन, सांसद इकरा हसन जी के खिलाफ मेरे द्वारा किए गए दुष्प्रचार करने के लिए मैं सांसद से हाथ जोड़कर माफी मांगता हूं। सादिक सिद्दीकी
No comments:
Post a Comment