आखिर कैराना में सट्टे को बढ़ावा क्यू पुलिस है दे रही?- चर्चित पुलिसकर्मी का नाम क्यों हुआ उजागर ?

 कैराना। अपराध पर अंकुश लगाने और अपराधियों का खात्मा करने  की जिम्मेदारी निभाने वाली खाकी ने अपना जमीर क्यों बेच दिया है? कुछ भ्रष्ट पुलिसकर्मियों की वजह से अपराध पर अंकुश लगाना नामुमकिन साबित हो रहा है। सूत्रों का कहना है कि कैराना कोतवाली क्षेत्र की किला गेट पुलिस चौकी का एक पुलिसकर्मी है जो पड़ोसी जिले सहारनपुर के कस्बे देवबंद  और पड़ोसी जिले मेरठ में बैठ कर अवैध रूप से चल रहे सट्टे के कारोबार को अंजाम देने में भूमिका निभाने के आरोप में चर्चा में है।सूत्रों का कहना है कि किला गेट पुलिस चौकी पर कई सालों से तैनात एक पुलिसकर्मी अपराध से जुड़े लोगों को और अवैध गतिविधियों को बढ़ावा देने में मुफ्त संरक्षण दे रहा है। बताया जाता है कि किला गेट चौकी पर तैनात पुलिसकर्मी कई दिनों से खाकी उतारकर सिविल वर्दी में घूमता नजर आ रहा है।

 - तोता मैना की जोड़ी की खूब हो रही चर्चा

अगर बात करें तोता मैना की जोड़ी की तो शाम के समय कैराना कोतवाली क्षेत्र की किला गेट पुलिस चौकी पर आने का नजारा काफी काबिले तारीफ है। सूत्रों का कहना है कि तोता मैना की जोड़ी खूब रंग बिखेर रही है। इतना ही नहीं शाम के समय तोता मैना की जोड़ी को एक साथ और अपने चेले के साथ गिलास पर गिलास पीते हुए साफ देखा जा सकता है। इतना ही नहीं तोता मैना जुआ और सट्टे में शामिल लोगों के साथ खूब गाना गाता है। सूत्रों का कहना है कि यह तोता एक हिस्ट्रीशीटर के परिवार का सदस्य है और उसके परिवार की एक महिला का नाम भी स्मेक तस्करी के मामले में चर्चा में रहा है। और मैना किला गेट पुलिस चौकी पर तैनात पुलिस कर्मी है। अगर चेले की बात करें तो वह भी एक अपराध में शामिल व्यक्ति है।
कुल मिलाकर अपराध को बढ़ावा देने में इन तीनों व्यक्तियों की भूमिका की जांच की जाए तो सच्चाई सामने आ जाएगी। 
सूत्रों का कहना है कि कैराना के मोहल्ला आर्यपुरी में पूर्व सभासद प्रत्याशी का भतीजा सपिक नामक युवक अवैध जुआ व सट्टे का कारोबार चला रहा है। इतना ही नहीं थाने के सामने तोता मैना का चेला के आवास के निकट मोहल्ला आल कला निवासी इस्लाम नामक व्यक्ति पूर्व पालिकाध्यक्ष के आवास के निकट मोहल्ला दरबार में अवैध सट्टे के कारोबार को वृद्ध महिला की आड़ में बढ़ावा दे रहा है। सूत्रों का यह भी कहना है कि पूर्व पालिकाध्यक्ष की बार-बार चेतावनी के बावजूद भी इन लोगों पर लगाम नहीं लग पा रही है, जिससे साफ साबित होता है कि इन लोगों को पुलिस का संरक्षण प्राप्त है और कानून के लंबे हाथ इनकी गर्दन तक पहुंचने में नाकाम साबित हो रहे हैं। तोता मैना की जोड़ी, उनके चेले व अपराधी किस्म के लोगों पर कब लगाम लगेगी यह तो समय के गर्भ में छिपा है। 

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