महा शिवरात्रि के मौके पर झिंझाना के मोहन जोहड़ शिवालय में प्रतिवर्ष ही भगवान शिव का जलाभिषेक कावड़ियों व अन्यों शिवभक्तों द्वारा किया जाता है।
अब 2 अगस्त को महा शिवरात्रि के मौके पर झिंझाना के मोहन जोहड़ शिवालय में भगवान शिव का जलाभिषेक होना है।
झिंझाना व आसपास के गांवों के हजारों शिवभक्त हरिद्वार से पवित्र गंगा जल लाकर करनाल हाईवे के गाड़ीवाला पर गुरूवार पहली अगस्त को एकत्रित होंगे ।
जहां से ढोल बाजों व पूरे सम्मान के साथ मोहन जोहड़ शिवालय तक लाया जाता है।
और भोलेनाथ की महा आरती के बाद अखंड भंडारा शुरू होता है। जो मध्य रात्रि तक संकीर्तन चलता है। जिसके लिए युद्ध स्तर पर तैयारी चल रही है।
मोहन जोहड़ सेवा समिति के अध्यक्ष आलोक शर्मा ने बताया कि पहली अगस्त और शिवरात्रि के कार्यक्रम को लेकर सफाई व बिजली की तैयारियां युद्ध स्तर पर चल रही है।
उन्होंने कहा कि इस बार भी हजारों की संख्या में शिव भक्त लोगों के इस कार्यक्रम में शामिल होने की संभावना है।
बाईट - आलोक शर्मा , अध्यक्ष मोहन जोहड़ सेवा समिती
अब 2 अगस्त को महा शिवरात्रि के मौके पर झिंझाना के मोहन जोहड़ शिवालय में भगवान शिव का जलाभिषेक होना है।
झिंझाना व आसपास के गांवों के हजारों शिवभक्त हरिद्वार से पवित्र गंगा जल लाकर करनाल हाईवे के गाड़ीवाला पर गुरूवार पहली अगस्त को एकत्रित होंगे ।
जहां से ढोल बाजों व पूरे सम्मान के साथ मोहन जोहड़ शिवालय तक लाया जाता है।
और भोलेनाथ की महा आरती के बाद अखंड भंडारा शुरू होता है। जो मध्य रात्रि तक संकीर्तन चलता है। जिसके लिए युद्ध स्तर पर तैयारी चल रही है।
मोहन जोहड़ सेवा समिति के अध्यक्ष आलोक शर्मा ने बताया कि पहली अगस्त और शिवरात्रि के कार्यक्रम को लेकर सफाई व बिजली की तैयारियां युद्ध स्तर पर चल रही है।
उन्होंने कहा कि इस बार भी हजारों की संख्या में शिव भक्त लोगों के इस कार्यक्रम में शामिल होने की संभावना है।
बाईट - आलोक शर्मा , अध्यक्ष मोहन जोहड़ सेवा समिती
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