नशीली दवा के कारोबारियों पर हरियाणा का कसता शिकंजा उत्तर प्रदेश के अधिकारी पूरी तरह नाकाम


नशा मुक्ति केंद्र की आड़ में चल रहा है नशीली दावों का कारोबार पूर्व में भी हो चुकी है शिकायत लेकिन शामली के अधिकारी अपने भ्रष्ट प्रवृति के चलते नाकाम ,जहां एक ही दवाई से चल रहा है 7 साल से इलाज, या यूं कहिए कि इलाज के नाम पर  हो रहा है नशीली दवाईयों का कारोबार,  नोएडा मेरठ शामली और टिटौली से जुड़े हैं उक्त नशीले कारोबार की तार,  फोन कॉल के आधार पर की जाए जांच तो होगा बड़ा खुलासा, नशीली दावों को इधर से उधर ले जाने के लिए किया जा रहे हैं

डाक विभाग और कोरियर का इस्तेमाल, नशीली दावों का कारोबार करने वालों के हौसले बुलंद है। कस्टमर को होम डिलीवरी तक देते हैं और अधिकारी रहते हैं मौन,  चंद रुपए के लालच में युवाओं के भविष्य एवं जीवन को चौपट कर रहे हैं।

भ्रष्ट अधिकारी, आपको बता दे कि जहां हरियाणा सरकार के कर्मचारी आजकल आपके जनपद में नशीली दवाओ के कारोबारियों पर आए दिन छापे मारते हुए बड़ी कार्रवाई करते नजर आ रहे होंगे,

वहीं अपने शामली के अधिकारी एवं कर्मचारी भी आपको सोते हुए नजर आ रहे होंगे,  नहीं कर रहे कोई कार्रवाई कोई यह पहली बार नहीं की हरियाणा के कर्मचारी रीड कर रहे हैं।

और यूपी के कर्मचारी सो रहे हैं आज से पूर्व में भी अनेकों बार हो चुकी हैं यह घटनाएं नशा मुक्ति केंद्र एडिक्शन सेंटर के नाम पर चल रहा है नशीली दवाओं का कारोबार पूर्व में अनेकों बार समाचार पत्र में प्रकाशित हो चुकी है प्रमुखता से खबरें,

केंद्र पर लगे सीसीटीवी फुटेज के आधार पर वह मोबाइल लोकेशन एवं कॉल डिटेल के आधार पर जांच की जाए तो एक बहुत बडे रैकेट का भंडाफोड़ होगा जिसके कारण नोएडा में एक डॉक्टर मेरठ का,  एक गेम जो की जहां एक कंपनी की दवाई की लेबलिंग करवाता है वही अपनी भी दवाइयां बनाकर नशीली दवाओं का कारोबार कर रहे हैं । वही शामली के एक डॉक्टर भी जो कि पुराना बस स्टैंड के सामने चला रहे हैं अपना क्लीनिक काफी पहले से अपने ही कारनामों के चलते चर्चाओं में है। 

यदि उनकी सब की बडे स्तर पर जांच की जाए तो होगा एक बड़ा खुलासा इतना ही नहीं डॉक्टर हफ्ते में एक दिन हरियाणा के सीमावर्ती बॉर्डर बिडोली बॉर्डर पर भी चलता है अपना डे एडिक्शन सेंटर वहां से भी हो रहा है नशीली दावों का कारोबार जहां एक ही दवाई से 6, 7 वर्षों से अधिकारियों की आंखों में धूल झोंकने का किया जा रहा है प्रयास, 

कह रहे हैं कर रहे हैं नशा छुड़ाने का काम आखिर ऐसी कौन सी दवाई है जो लगाती है 6 से 7 वर्ष तक खाने के बावजूद भी नहीं छूटता नशा यहां पर बनी मरीजों की फाइल से होता है इस बात का खुलासा की काफी लंबे समय से दिए जा रही है

एक ही खुराक ऐसे में लेकिन अपनी भ्रष्ट प्रवृत्ति के चलते शामली के अधिकारी मौन है और इसी कारण फल फूल रहा है नशीली दवाओं का कारोबार आपको देखना यह होगा कि जहां हरियाणा का प्रशासन नशीली दवाइयां को लेकर शक्ति से कर रहा है कार्रवाई क्या यूपी के अधिकारी भी आएंगे हरकत में, अपने आप मैं वर्तमान में यह सबसे बड़ा सवाल है ।।

#samjhobharat 

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