झिंझाना 16 मार्च : बिडोली में एक महिला की करीब डेढ़ वर्ष पूर्व हुई हत्या की गुत्थी को पुलिस अब तक नहीं सुलझा पाई है। संदेह के रूप में दर्ज किए गए नाम के व्यक्ति भी अब परिवार समेत पिछले कई माह से फरार है। मगर पुलिस उन्हें गिरफ्तार करने की जहमत पुलिस उठा नहीं रही है। और ना ही किसी अन्य कातिलों को ढूंढ पाई है।
म्यान कस्बा (बिडोली) की निवासी करीब 55 वर्षीय शकुंतला पत्नी करेशन के गत 20 अगस्त 2021 को सर में राड मारकर उस समय निर्मम हत्या कर दी गई थी जब वह घर से खेत में घास लेने गई हुई थी शकुंतला का शव आत्माराम के खेत में मिला था इस घटना की रिपोर्ट मृतका के पति करेशन ने दर्ज कराई थी। दर्ज कराए गए इस मुकदमे में वादी करें सुनने अपने छोटे भाई रामफल और उसकी पत्नी रेखा के नाम शक के आधार पर नाम लिखवाए थे। मगर कुछ समय बाद से ही परिजन इन दोनों नामों का दावा कर रहे हैं मगर झिंझाना पुलिस एक तरफ तो दोनों को निर्दोष बता रही है और दूसरी और आज तक इस गुत्थी को भी नहीं सुलझा पाई है। इस तरह से यह मामला पिछले करीब डेढ़ साल से लटका हुआ है। परिजनों सुरेंद्र और करेशन ने बताया कि आरोपी गण पिछले करीब 4 महीने से फरार है।
जांच को दोबारा शुरू कराया था पुलिस अधीक्षक ने
कत्ल की इस जांच के दौरान कई प्रभारी आए गए । मगर किसी को भी सफलता नहीं मिल पाई ।तत्कालीन थाना प्रभारी निरीक्षक पंकज त्यागी ने गत 24 जून 2022 में यह जांच बंद कर दी थी। मगर पुलिस अधीक्षक महोदय ने 11 जुलाई 2022 को फिर इस जांच को शुरू करा दिया था। थाना प्रभारी निरीक्षक अनिल कपरवान का कहना है कि जांच की जा रही है जो भी आवश्यक कार्यवाही होगी अमल में लाई जाएगी।
जमीनी विवाद में हुई थी हत्या
मृतका के बेटे सुरेंदर व पति करेशन का कहना है कि शकुंतला की यह हत्या जमीनी विवाद में की गई थी। उन्होंने बताया कि करेशन, रामपाल और सतबीर तीन भाई है। जिनके हिस्से में 6 - 6 बीघे जमीन आती है। सतवीर की शादी नहीं हुई है और वह करेशन के पास रहता है। सतबीर ने अपनी जमीन की वसीयत कई साल पहले अपने भाभी एवं मृतका शकुंतला के नाम की थी। रामफल उस जमीन को लेना चाहता था। सतबीर की 3 बीघा जमीन व मकान तथा एक दुकान रामफल के कब्जे में है जो आजकल फरार है। करेशन आदि परिजनों का कहना है कि पता नहीं पुलिस रामफल आदि को गिरफ्तार क्यों नहीं कर रही है। संवादाता धर्मेंद्र सिंह समझो भारत
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