नई कंपनी को टेंडर देने के बाद आधे कर्मचारियों के नाम गायब


यूनिवर्सिटी के अंतर्गत कांटेक्ट पर काम करने वाले कर्मचारियों पर गिरी गाज, कॉन्ट्रैक्ट पर काम करने वाले कर्मचारियों को यूनिवर्सिटी ने आधे से ज्यादा को बाहर का रास्ता दिखाया, कर्मचारियों का 3 माह से वेतन नहीं दिया गया है।

मीटिंग में जिन कर्मचारियों कर्मचारियों के पास आई कार्ड नहीं था उनको मीटिंग में घुसने भी नहीं दिया गया, जिनके लिस्ट में नाम नहीं है उन कर्मचारियों में निराशा देखी गई।





इंचार्ज प्रोफेसर शुक्ला जीने जिनकी सैलरी रुकी हुई है 3 दिन के अंदर सैलरी आने का आश्वासन दिया एजेंसी को 1 हफ्ते के अंदर दिसंबर तक की सैलरी  जो कि विश्वविद्यालय के द्वारा एजेंसी को की जा चुकी है का भुगतान करने के लिए एजेंसी को लेटर जारी कर दिया,आगरा से कैलाश चंद व आमीन अहमद की रिपोर्ट

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