आज हिंदुस्तान दुनिया का सबसे बड़ा पोस्टल नेटवर्क है : नवाबजादा सैय्यद मासूम रज़ा एडवोकेट


लखनऊ : 9 अक्टूबर को पूरी दुनिया में  "विश्व डाक दिवस" मनाया जाता है। सल्तनत मंजिल, हामिद रोड, निकट सिटी स्टेशन, लखनऊ के रहने वाले रॉयल फैमिली के नवाबजादा सैयद मासूम रज़ा, एडवोकेट  ने  आगे कहा की 1874 में आज ही के दिन यूनिवर्सल पोस्टल यूनियन की स्थापना हुई थी। विश्व डाक दिवस के रूप में जापान की राजधानी टोकियो में 9 अक्टूबर 1969  को  इसकी घोषणा हुई। भारत 1876 में यूनिवर्सल पोस्टल यूनियन का सदस्य बना। कहा जाता है की  ब्रिटेन  में सर रोलैंड हिल ने दुनिया की पहली अंतराष्ट्रीय डाक सेवा शुरू की थी। इसमें कोई शक नहीं की डाक विभाग काफी लंबे वक्त से भारत ही नहीं दूसरे देशों तक भी सूचना पहुंचने का सबसे बेहतरीन और सस्ता जरिया रहा है। डाक सेवा पिछले 165 सालों से भारत को दुनिया भर में जोड़े हुए है।  नवाबजादा सैय्यद मासूम रज़ा, एडवोकेट ने आगे कहा की भारत का पहला पोस्टल  कोलकाता में 1774 में जीपीओ में खोला गया था। आज हिंदुस्तान दुनिया का सबसे बड़ा पोस्टल नेटवर्क है।नवाबजादा सैय्यद मासूम रज़ा एडवोकेट ने पटना का हाल में दौरा किया था। वो पटना जीपीओ भी गए थें। वहां उन्होंने विक्टोरिया पीरियड (1874 से 1911) का नायाब और एंटीक लेटर बॉक्स देखा, जिसे पटना जीपीओ ने महफूज कर रखा है। उस लेटर बॉक्स के साथ तस्वीर खिंचवाने का मौका मिला जो उन्होंने  शेयर किया है।

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