चरस गांजा स्मैक बड़ी आसानी से मिल जाती है। यहां पर सोचने वाली बात है कि ये प्रतिबंधित नशे का समान यहां पर इतनी कड़ी पुलिस व प्रशासन की मोजुदगी में कहां से आता है।


पिरान कलियर शरीफ़ ऐसा नाम जो देश विदेश में अपनी अलग पहचान रखता है। जहां पर देश विदेश से जायरीन दरगाह साबिर ए पाक एवं अन्य दरगाहों पर आस्था लेकर आते हैं। और अपने मन की मुरादे पाते हैं। वहीं दूसरी तरफ देखा जाए तो इस पवित्र स्थान पर नशे के सौदागर नशे का खुला कारोबार कर रहे हैं। यहां पर चरस गांजा स्मैक बड़ी आसानी से मिल जाती है। यहां पर सोचने वाली बात है कि ये प्रतिबंधित नशे का समान यहां पर इतनी कड़ी पुलिस व प्रशासन की मोजुदगी में कहां से आता है। ये बड़ी हैरत की बात है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार साबरी बाग़ व नई बस्ती व धनौरी रोड़ पर कुछ बाहरी व्यक्तियों द्वारा  जुग्गी झोपड़ी बनाकर उस में चरस गांजे का धंधा बड़े पैमाने पर चलाया जा रहा है। यहां पर भी सोचने वाली बात ये है कि क्या पास ही में पुलिस थाना है क्या इस तरह के अवैध कारोबार की सूचना स्थानीय पुलिस प्रशासन को नहीं है। अगर है तो इन पर आज तक कोई कार्यवाही अमल में क्यों नहीं लाई गई।किस की सपोर्ट पर चल रहा है ये चरस गांझे और स्मैक का काला कारोबार जिस की लत में पड़कर स्थानीय युवा अपना भविष्य बर्बाद कर रहे हैं। कब लगेगी इस काले कारोबार पर रोक ये काला कारोबार क्षेत्र में चिंता का विषय बना हुआ है। समझों भारत न्यूज़ से विशेष संवाददाता तसलीम अहमद की रिपोर्ट 

@8010884848

7599250450


No comments:

Post a Comment